छत्तीसगढ़बालोद

बुरे बर्ताव की सजा:छात्राओं ने की थी सीएम से शिकायत, दो दिन पूर्व अवर सचिव ने किया था निलंबित, स्कूल पहुंची प्राचार्या तो नाराज स्टूडेंट्स ने किया चक्काजाम

शुक्रवार को सुबह 10.15 बजे से दोपहर 1.45 बजे साढ़े 3 घंटे तक पिनकापार मुख्य मार्ग में शासकीय हाईस्कूल की छात्र-छात्राओं, पालकों व ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया। इसकी वजह यह रही कि निलंबन की कार्यवाही के बाद भी प्राचार्य संगीता खोब्रागढ़े स्कूल पहुंचीं थीं। जिससे स्टूडेंट्स व पालक नाराज हो गए। चक्काजाम के दौरान आवाजाही प्रभावित रही।

गौरतलब है कि डौंडीलोहारा विकासखंड के ग्राम जेवरतला रोड में 18 सितंबर को आयोजित भेंट मुलाकात कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सामने छात्राओं ने स्कूल में पदस्थ प्राचार्य की शिकायत की थी कि प्राचार्य का व्यवहार बच्चों के प्रति ठीक नहीं है, स्थानांतरण होने के बाद भी वह पद पर बनी हुई हैं और फीस भी ज्यादा लेती हैं। छात्राओं की शिकायत के बाद मुख्यमंत्री ने मौके पर ही प्राचार्य को निलंबित करने का आदेश विभागीय अफसरों को दिया था।

स्कूल से हटाकर जिला शिक्षा विभाग के कार्यालय में अटैच करने की घोषणा की थी। बावजूद प्राचार्य संगीता निलंबन के बाद भी लगातार स्कूल आ रहीं थीं। लिहाजा आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने चक्काजाम कर विरोध प्रदर्शन प्रदर्शन करने का निर्णय लिया। जिसमें पालकों व ग्रामीणों ने भी अपनी सहभागिता दी। जिला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन को इस बात की जानकारी लगी तो आनन-फानन में छात्र-छात्राओं को मनाने व समझाने का प्रयास किया गया।

डीईओ को मौके पर बुला रहे थे, समझाइश के बाद सड़क से हटे स्टूडेंट्स

दोपहर 1.30 से 2 बजे तक विद्यार्थियों, पालकों व अफसरों के बीच चर्चा हुई। इस दौरान प्राचार्य के अलावा स्कूल में स्टाफ, सुविधाओं की कमी का हवाला देकर डीईओ को मौके पर बुलाने की मांग कर रहे थे। नायब तहसीलदार नवीन ठाकुर, शिक्षा विभाग के अधिकारी, पुलिस की समझाइश के बाद छात्राओं की नाराजगी कम हुई। जिसके बाद सड़क से हटे।

मौके पर पहुंचकर अधिकारियों ने विद्यार्थियों को जानकारी दिया कि प्राचार्य का निलंबन कर दिया गया है। इस संबंध में शिक्षा विभाग के द्वारा आदेश भी जारी कर दिया गया है। अब निलंबित प्राचार्य इस शाला में नहीं आएगी। उसे दूसरी जगह भेजा जाएगा। चर्चा के दौरान कांग्रेस के महामंत्री संजीव चौधरी, भूषण मारकंडे, दिलेश्वर भुआर्य, सरपंच भूआर्य सहित ग्रामीण व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

निलंबन की जानकारी दो दिन पहले मिली
डीईओ प्रवास बघेल ने बताया कि प्राचार्य की निलंबन की कार्यवाही राज्य स्तर से हो चुकी है। जिसकी जानकारी दो दिन पहले मिली। जिसके बाद इस संबंध में संबंधित प्राचार्य को भी जानकारी दी गई। मंत्रालय के अवर सचिव ने निलंबन की कार्यवाही की है। कार्यमुक्त होने के लिए स्कूल जाना पड़ता है, इसलिए वहां गई थी। ऐसा प्राचार्य ने जानकारी दिया है।

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