अब डी.एम.एफ ई.डी के घेरे में

छत्तीसगढ़ सरकार और सरकारी बड़े बाबुओ की मुश्किल दिनों दिन बढती ही जा रही है छत्तीसगढ़ राज्य गढन के बाद से ही भ्रष्टाचार की चर्चाए आम रही पर राजनैतिक संरक्षण ने सरकारी बाबुओ को बचने में ऐढ़ी चोटी का जोर लगा दिया आबकारी घोटालो के बाद अब डी.एम.एफ मतलब जिला खनिज न्यास जाँच की जिला में है महिला अधिकारी भी अब जाँच के घेरे में है ऐसा कोई नहीं है जहां डी.एम.एफ पद के पैसो के दुरपयोग और भ्रष्टाचार की चर्चाए थी पर सरकार ने कभी भी इसका संज्ञान नहीं लिया प्रशासनिक सेवा की दम्पति जाँच के घेरे में है रानू साहू कलेक्टर रायगढ और उनके पति जे.पी.मौर्य पर कार्यवाही चल रही है कई अफसर जाँच के घेरे में है डी.एम.एफ पर हो रही कार्यवाही से जिलाधीश जिला के प्रमाणित होगे प्रश्न है कोरबा और रायगड जिलो के डी.एम.एफ में ई.डी ने जाँच आज चालू कर दी है
आज दोपहर को कोरबा के कलेक्टर दफ्तर में तीन अलग अलग गाड़ियों से ईडी के अधिकारी कलेक्टर दफ्तर पहुंचे। उनके साथ सीआरपीएफ के सशस्त्र जवान की भी एक जंबो टीम थी। जिन्होंने कलेक्टर कार्यायल में संचालित खनिज विभाग सहित डीएमएफ कार्यालय को पूरी तरह से घेराबंदी कर जांच पड़ताल शुरू की।
आज दोपहर ईडी की टीम ने कोरबा कलेक्टर कार्यायल में दबिश दी। टीम के पहुंचते ही कलेक्टर कार्यायल के मुख्य दरवाजे और प्रथम तल पर सीआरपीएफ के जवानों की तैनाती कर दी गयी हैं। कलेक्टर कार्यायल परिसर में मीडिया को फोटा और विडियों ग्राफी पर सख्त मनाही किया गया हैं।
बताया जा रहा हैं कि कलेक्टर संजीव झा कार्यालय में ही मौजूद हैं, जिनसे अफसर मुलाकात किये है। वही खनिज और डीएमएफ शाखा को सील करने की बात सामने आ रही है। इन दोनों विभाग के बाद 8 सशस्त्र जवानों की तैनाती कर किसी को भी इस ओर बिना अनुमति के जाने नही दिया जा रहा हैं।
गौरतलब हैं कि छत्तीसगढ़ में ईडी की छापामार कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ हैं। सबसे पहले ईडी की टीम ने आई.ए.एस. अफसरों सहित कारोबारी और सीए के रायपुर, रायगढ़, महासमुंद सहित कोरबा में छापा मारा गया था। इस कार्रवाई के बाद आज कोरबा और रायगढ़ में कार्यवाही की खबर सामने आई है।ईडी की टीम के साथ बड़ी संख्या में कोरबा पहुंचे सीआरपीएफ के जवान