गलत तरीके से धान पंजीयन कराकर धान बिक्री करने के विरोध में धान बिक्री पर रोक लगाने की अपील, कल फिर हो सकता है उग्र आंदोलन करते हुए धान उपार्जन केंद्र एवं एस डी एम कार्यालय का घेराव या चक्काजाम,

गलत तरीके से धान पंजीयन कराकर धान बिक्री करने के विरोध में धान बिक्री पर रोक लगाने की अपील,
ग्रामवासी शाम के 6 बजे तक धान उपार्जन केंद्र में टोकन काटने के विरोध मे डंटे रहे,
कल फिर से हो सकता है उग्र आंदोलन करते हुए धान उपार्जन केंद्र एवं एस डी एम कार्यालय का घेराव या चक्काजाम,
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बिलाईगढ़ – सेमराडीह के ग्रामीण बिलाईगढ़ के अनुविभागीय अधिकारी के पास कुल खसरा नम्बर 17 जिसका कुल रकबा 5.682 हेक्टेयर भूमि में गलत तरीके से धान पंजीयन कराकर धान बिक्री करने के विरोध में धान बिक्री पर रोक लगाने अपील किया गया था। जिस पर माननीय अनुविभागीय अधिकारी द्वारा विचार करते उक्त भूमि पर धान की बिक्री पर आगामी आदेश तक रोक लगा दिया था । जिसका मामला वर्तमान में कोर्ट में विचारधीन है ।
किंतु अचानक उक्त जमीन पर फिर से विरुध्धार्थी को अनुविभागीय अधिकारी द्वारा एक पक्षिय निर्णय लेते हुए धान बिक्री करने के आदेश 4 फरवरी को जारी कर दिया गया । जबकि 5 फ़रवरी को इस मामले मे दोनों पक्ष की उपस्थिति मे निर्णय होना था.
टोकन काटने के आदेश की सुचना मिलने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश देखा गया। ग्रामीण आक्रोश में आकर भटगांव धान उपार्जन केंद्र पहुँचे और धान की बिक्री के आदेश का विरोध किया और ज्ञापन सौंपने का प्रयास किया. हालाँकि अवकाश दिन होने के कारण फंड प्रभारी राजेश आदित्य ज्ञापन लेने से एवं बाईट देने से इनकार कर दिया जबकि अवकाश के दिन टोकन काटा गया.
वही ग्रामीणों का आरोप हैं कि जिम्मेदार अधिकारी गलत तरीके से एक पक्षीय कार्यवाही करते उक्त जमीन पर विरुध्धार्थी को आदेश दे दिया है जो गलत है। जबकि उस प्रकरण की सुनवाई 5 फरवरी को होना था जिसमें भी शासकीय अवकाश के चलते सुनवाई नहीं कि गई और अगली सुनवाई की तारीख 7 फरवरी कर दी गई ।
वहीं इस मामले में बिलाईगढ़ एस डीएम/ अनुविभागीय अधिकारी से भी जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि विरुध्धार्थी द्वारा आत्मघाती कदम उठाने व नुकशान होने का जिक्र करते एक आवेदन पेश किया गया जिस वजह से उसमें विचार करते एक पक्षीय कार्यवाही करते धान बेचने का आदेश जारी किया गया है।
वहीं ग्रामवासी शाम के 6 बजे तक धान उपार्जन केंद्र में उपस्थित रहे और टोकन काटने के विरोध मे डंटे रहे.
फिर भटगांव तहसीलदार ने आवेदक पुष्पेंद्र टंडन से आपरेटर धनसाय यादव के फ़ोन से बात हुई, पुलिस प्रशासन का डर दिखाकर वापस जाने को कहा गया. फिर पुलिस प्रशासन की टीम आयी और ग्रामवासियो को समझाइस देकर वापस भेज दिया गया.
वहीं ग्रामवासी पीड़ित पक्ष का कहना है कि यदि हमें कल तक न्याय नहीं मिली और विरुध्धार्थी के धान बेचने को स्थगित नहीं किया गया तो कल फिर से उग्र आंदोलन करते हुए धान उपार्जन केंद्र एवं एस डी एम कार्यालय का घेराव करते हुए चक्काजाम करेंगे.