
कांकेर : कांकेर जिले से एक बड़ी खबर निकल कर सामने आई है. यहां बस्तर में स्थानीय भर्ती की मांग को लेकर आदिवासी समाज ने अब उग्र रूप के प्रदर्शन के तरीके को अपनाया है. आपको बता दें कि बीते माह कलेक्ट्रेट के सामने बरसते पानी मे 2 घंटे प्रदर्शन करने वाले आदिवासी समाज ने आज विधायक निवास का घेराव किया। इस दौरान मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों के साथ समाज के युवाओं की जमकर झूमाझटकी भी हुई थी। आदिवासी समाज बस्तर में तृतीय और चतुर्थ वर्ग में स्थानीय बेरोजगार युवाओं की भर्ती की मांग कर रहा है।
यह मामला सिर्फ यही नहीं रुका है आपको बता दे कि मामला सुप्रीम कोर्ट तक जा चुका है हालांकि आदिवासी समाज की याचिका खारिज भी हो चुकी है. लेकिन अब आदिवासी समाज सड़क का लड़ाई लड़ने का मन बना चुका है। आदिवासी समाज के युवा प्रभाग के जिलाध्यक्ष योगेश नरेटी ने कहा कि
प्रदेश की सरकार ने स्थानीय भर्ती को लेकर हाई कोर्ट में सही तरह से पक्ष नही रखा इसलिए यहां केस हार गए, लेकिन समाज अब भी अपनी मांग को लेकर अडिग है, आदिवासी नेता राजेश ने आगे कहा कि प्रदेश में 29 विधायक आदिवासी समाज के है, ऐसे में आदिवसियो की मांग विधानसभा में सही तरह से रखी जानी चाहिए।
आदिवासी युवक पर पेशाब करने वाले मामला भी उठा
आदिवासी समाज ने इसके अलावा मध्य प्रदेश के सीधी जिले में आदिवासी युवक पर पेशाब करने वाले भाजपा विधायक के प्रतिनिधि प्रवेश शुक्ला को फांसी देने की मांग की है, आदिवासी नेता राजेश भास्कर ने कहा कि बात सिर्फ आदिवासी युवा की नही है, किसी के साथ भी ऐसा कृत्य बर्दास्त से बाहर है, ऐसे कृत्य करने वाले आरोपी को फांसी दी जानी चाहिए।