वृक्षारोपण के लिए आदर्श बना दुर्ग जिले का हनोदा ग्राम..
दुर्ग – दुर्ग समीपस्त ग्राम हनोदा के गायत्री परिवार द्वारा वृक्षारोपण अभियान चलाया जा रहा है। इसकी शुरुवात 11फरवरी सन् 2014 को *हरित सरोवर अभियान* के रूप में कि गयी। इस क्रांतिकारी अभियान के मार्गदर्शक श्री के. के. विनोद(संरक्षक गायत्री परिवार हनोदा) है। जहाँ 62 परिवारों ने अपने पूर्वजो की स्मृति में उन्हें याद करते हुए ग्राम के माँ शीतला तालाब में देव वृक्ष आंवला,निम,कटहल,अशोक,बदाम और कदम के वृक्ष रोपे गए थे। जो वर्तमान में तैयार हो चुके है जो गांव में तीर्थ स्थल की तरह वातावरण प्रदान कर रहे है। इसी दिन को एक वर्ष उपरांत सभी ग्रामवासी गायत्री परिवार के मार्गदर्शन में आदर्श ग्राम जन्मोत्सव के रूप में मना रहे है।हनोदा अब पूरे भारत का प्रथम गांव है जो अपने ग्राम का जन्मदिन मनाता है, जिसका *उल्लेख देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी* भी कर चुके है।
गायत्री परिवार के वृक्षारोपण के प्रति लगाव को देखते हुए ग्राम पंचायत हनोदा ने सन् 2017 में करीब 5 एकड़ में लगे 1400 से ज्यादा अमरूद,आंवला,जामुन,आम के वृक्षों को संरक्षण के लिए प्रदान किया।जो वृक्ष नौ साल से ग्राम पंचायत के संरक्षण में तैयार नहीं हो पा रहे थे।जिसे गायत्री परिवार ने अपने अनुदान लगा कर, युवा कार्यकर्ताओ को समय देने की अपील की, जिसमे ग्राम के अन्य युवा संगठनों ने भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया। इस अनुदान और युवाओं द्वारा किये गए श्रमदान का फल दो वर्षो में ही दिखाई देने लगा।क्योकि इन दो वर्षों में ही सभी वृक्ष फल देने लग गए। जिस जगह को अब पूरे गांव में *श्रीराम उपवन* के नाम से जाना जाता है। इन्ही दिनों के चलते गायत्री परिवार ने वृक्ष प्रेमी श्री प्रफुल पटेल के मार्गदर्शन में ग्राम के कन्हार तालाब में 84 वृक्ष लगा कर,उसे तैयार करके गांव में वृक्षारोपण कार्यक्रम को और भी गति प्रदान की। जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण आज गांव में देखने को मिल रहा है क्योंकि आज नये युवा पीढ़ी इन्हीं से शिक्षा पा करके आज स्वयं ग्राम के मुक्ति-धाम में वृक्ष लगा कर उसे संरक्षित करने में जुटे हुए है जहाँ लगभग 45 से ज्यादा वृक्षों को गायत्री परिवार से ट्री-गार्ड ले करके उन वृक्षो को बड़े करने में जुटे हुए है।लगभग नये युवा पीढ़ी के 56 बच्चों ने इस अभियान को जारी रखा।और इन्ही युवा कार्यकर्ताओ द्वारा हर जयंती व त्यौहारों में वृक्षारोपण कर लोगो को पर्यावरण के प्रति जागरूक करते है।इन सभी के प्रेरणाश्रोत गायत्री परिवार हनोदा के श्री गौकरण टंडन, श्री राजकुमार साहू, श्री विकास चंद्राकर, श्री देवी प्रसाद साहू, श्री नम्रता प्रसाद बंजारे, श्री भानु प्रताप मेश्राम, श्री परमानंद चंद्राकर, श्री रमेश पटेल के साथ साथ सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में खिलेश, प्रकाश, भूपेंद्र, राकेश, थानेश्वर, रूपराम, यशवंत, गीतांजलि, कुलेश्वरी, अरुण, तुकेश्वर, रोशन, भेषराम, गोपी, लोमेश, त्रिलोकी, चेतन, राजू, चैतन्य, अनीश सहित और भी ग्रामवासियों का सहयोग मिलता रहा।