
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हेलिकॉप्टर में तकनीकी खराबी आ गई, जिसके कारण उन्हें कार से रायपुर के लिए रवाना होना पड़ा। दरअसल, सीएम बघेल सोमवार दोपहर बिलासपुर प्रवास पर थे, जहां वे निजी कार्यक्रम में शामिल हुए और फिर सड़क मार्ग से रायपुर के लिए रवाना हो गए। उनका हेलिकॉप्टर जैन इंटरनेशनल स्कूल के हेलीपैड में है, जो तकनीकी खराबी की वजह से टेकऑफ नहीं हो सका।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोमवार को हिमाचल प्रदेश से राजधानी रायपुर पहुंचे, जहां से दोपहर करीब 3 बजे हेलिकॉप्टर से जैन इंटरनेशनल स्कूल पहुंचे। बताया जा रहा है कि सीएम बघेल हमेशा की तरह अपने निजी प्रवास पर उसलापुर पहुंचे थे।
उनके प्रवास के दौरान शहर के कोई कांग्रेस नेता भी मिलने नहीं पहुंचे। बताया गया कि सिक्यूरिटी ने अफसरों को उन्होंने किसी से भी मिलने से मना किया था। यही वजह है कि बिलासपुर आने पर उन्हें मीडिया से भी मिलने नहीं दिया गया। इस दौरान IG बद्रीनारायण मीणा, कलेक्टर सौरभ कुमार, SSP पारुल माथुर सहित प्रशासनिक अफसरों ने हेलीपैड में उनकी अगुवाई की और उनके जाने तक हेलीपैड में ही डटे रहे।

एक घंटे में लौटे
सीएम बघेल को महज एक घंटे के भीतर ही रायपुर लौटना था। लिहाजा, उनका हेलीकॉप्टर जैन इंटरनेशनल स्कूल के हेलीपैड में खड़ा रहा। सीएम के वापस हेलीपैड आने के पहले ही पायलट ने इसकी जानकारी सीएम सिक्योरिटी को दी, तब अफसरों ने रिस्क लेने के बजाए सीएम को सड़क मार्ग से जाने का फैसला लिया। इसके बाद सीएम बघेल का काफिला सड़क मार्ग से ही रायपुर के लिए रवाना हो गया। इस दौरान पुलिसकर्मी उसकी सुरक्षा में देर शाम से पूरी रात तैनात रहे।
CM का एयरपोर्ट पर ढोल-नगाड़ों से स्वागत
एक दिन पहले ही हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की जीत का चेहरा रहे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर लौटे हैं। माना हवाई अड्डे पर कांग्रेस नेताओं-कार्यकर्ताओं ने उनका विजेताओं की तरह स्वागत किया था। ढोल-नगाड़ों की थाप पर नारेबाजी कर रहे कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को फूल-मालाओं से लाद दिया। अपनी कार से फुटस्टैंड पर खड़ा होकर मुख्यमंत्री देर तक कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार करते रहे।
हवाई अड्डे के बाहर प्रेस से बातचीत में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था, हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की जबरदस्त जीत हुई है। एक बस ड्राइवर का बेटा चुनाव जीतता है-मुख्यमंत्री बना है। हमारे छत्तीसगढ़ के बहुत सारे लोग हिमाचल गये थे। इस जीत में छत्तीसगढ़ का भी योगदान रहा। यहां के साथी भी लगातार वहां गये, प्रचार-प्रसार किया।
छत्तीसगढ़ की कुछ योजनाओं को वहां 10 गारंटी में शामिल किया गया, उसका भी बड़ा प्रभाव है। मुख्यमंत्री ने कहा, हिमाचल देवभूमि है। अब देवभूमि से कांग्रेस के जीत की शुरुआत हुई है। पूरे देश भर में इसका संदेश जाएगा। अभी तक हम दो राज्य में थे। अब तीसरा राज्य हिमाचल हो गया है। अब कर्नाटक की बारी है। वहां भी कांग्रेस का परचम लहराएगा इसका हमें पूरा विश्वास है।