
रायपुर / हरेंद्र बघेल / वीरेन्द्र साहू रिपोर्टर तिल्दा नेवरा:-अंतरराष्ट्रीय कथाकार प्रदीप मिश्रा ने तिल्दा नेवरा के हाईस्कूल मैदान में संचालित कांवड़ शिवपुराण कथा के दूसरे दिवस पर महादेव के भक्त मिश्रा जी ने कहा कि कांवड़ के दो लोटे की जल की महिमा देखो एक व्यापारी के घर बंधवा मजदूर कार्य करता था।जिसे महाकाल की सेवा करना अच्छा लगता था। उन्हें मात्र4 घण्टे छुट्टी मिलती थी लेकिन उन चार घंटे में उन्होंने भोलेनाथ की पूजा करनी नही छोड़ी ये सब देख उनके मालिक और उनकी पत्नी ने बंधवा मजदूर को 40 एकड़ की जमीन पर 1 दिन में धान बोन का आदेश दे दिया और कहा अगर कर लेते हो तो भोलेनाथ में जल चढ़ाने कल चले जाना।
तब उन्होंने अपने कमरे में आकर माथा पकड़कर रोने लगा उनके कमरे में रखे घड़े के जल को भी व्यापारी की पत्नी गिराकर चली गई ताकि शिव की पूजा न करें। लेकिन रात भर दो लोटे को हाथ मे पकड़कर रोते रोते भगवान भोलेनाथ को याद करते बन्दवा मजदूर को सुबह कुछ आवाज आई जिसमे उनकी जयकारा लग रही थी।ये जयकारे की आवाज सुनकर बंधवा मजदूर चौकन्ना हो कर उठे तो देखा उनके दो लोटा जल से भरी हुई है।और40 एकड़ खेत की बुआई रात भर में हो गई।व्यापारी ने बंधवा मजदूर को बुलाकर पूछा ये कैसे हो गया तो उन्होंने कहा मैं नही किया जो किया है वही मेरे दोनो लोटे में जल भरा है।
इस तरह भगवान भोलेनाथ ने अपने भक्त की सहायता की है।और सावन के दो लोटे जल की कीमत बताई है।