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कबड्डी मैच खेल रही महिला की मौत:छत्तीसगढ़िया ओलिंपिक के दौरान कोंडागांव में हुई घटना

छत्तीसगढ़िया ओलंपिक आयोजन के दौरान खेले जा रहे कबड्डी मैच में एक 30 साल की महिला खिलाड़ी की मौत हो गई। कोंडागांव की रहने वाली आदिवासी महिला मैच के दौरान ही मैदान पर बेहोश होकर गिर गई थी। भारतीय जनता पार्टी और महिला के परिजन अब स्थानीय प्रशासन पर आरोप लगा रहे हैं। कहा जा रहा है कि समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने की वजह से महिला की मौत हो गई।

मामला कोंडागांव जिले के मांझी बोर्ड मैदान का है। 14 अक्टूबर को यहां छत्तीसगढ़ ओलंपिक का आयोजन किया गया था। गांव की महिला शांति मंडावी यहां कबड्डी खेलने पहुंची थी। खेलते खेलते शांति अचानक बेहोश हो गई वह मैदान पर ही गिर पड़ी । भागकर घर वाले शांति के करीब आए और आनन-फानन में उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे।

शांति के पति उमेश मंडावी ने कहा कि जिला अस्पताल वालों ने महिला को रायपुर भेजने की बात कह दी। सिटी स्कैन में पता चला कि सिर में ब्लड जम रहा है। परिजन उसे रायपुर लेकर आए। मगर अस्पताल पहुंचने के 5 मिनट बाद ही डॉक्टर ने शांति को मृत घोषित कर दिया।

समय पर नहीं मिली एंबुलेंस

रायपुर के पचपेड़ी नाका स्थित प्राइवेट अस्पताल में मौत की खबर सुनकर भाजपा नेता अनुराग अग्रवाल परिजनों से मिलने पहुंचे। अनुराग ने परिजनों से बात की तो पता चला कि कोंडागांव के जिला अस्पताल से जब महिला को रायपुर रेफर किया गया तब वहां सरकारी एंबुलेंस खराब होने का की बात कह दी गई । परिजनों से अस्पताल वालों ने कह दिया कि अपने स्तर पर व्यवस्था करके मरीज को रायपुर ले जाएं। मरीज के परिजन देर तक परेशान होते रहे । उन्हें वक्त पर एंबुलेंस नहीं मिली यदि एंबुलेंस सही समय पर मिल जाती तो महिला की जान बचाई जा सकती थी।

हमारी मदद करने वाला कोई नहीं

अपनी पत्नी की जान बचाने की कोशिश करते हुए उसे साथ लेकर रायपुर आए उमेश मंडावी ने मीडिया को बताया कि हमें किसी तरह की मदद नहीं मिली। इतना बड़ा खेल आयोजन हो रहा है वहां मेडिकल सुविधा होनी चाहिए थी। मगर वहां मेडिकल सुविधा नहीं थी। यदि होती तो मेरी पत्नी की जान इस तरह से नहीं जाती।

1 सप्ताह में दूसरी मौत

छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में खेल के दौरान हुई यह मौत का दूसरा मामला है । पहली घटना रायगढ़ में हुई जहां एक युवक इसी तरह कबड्डी खेलते हुए दूसरे युवक से टकराकर जमीन पर गिरा और उसकी मौत हो गई । और अब कोंडागांव का यह मामला सामने आया है , जिसकी वजह से आयोजन विपक्ष के लिए बड़ा सियासी मुद्दा बन चुका है। 2 साल पहले इसी तरह धमतरी में भी एक कबड्डी खेल के आयोजन के दौरान युवक की जान चली गई थी। राज्य शासन छत्तीसगढ़िया ओलिंपिक के नाम पर गांव से लेकर शहर तक में पारंपरिक खेल जैसे भौरां, गेड़ी दौड़, कंचे, कबड्डी व खेलों की प्रतियोगिता करा रहा है। इसमें गांव-गांव में ये प्रतियोगिताएं चल रही हैं।

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