
हरेन्द्र बघेल रायपुर. एक ओर राज्य सरकार द्वारा संविदा कर्मचारियों को नियमित किये जाने से संबंधित प्रक्रिया चल रही है, वहीं दूसरी ओर पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग में मनरेगा योजनांतर्गत पेनाल्टी के रूप में पूर्व में नियोक्ता द्वारा जमा किये गए 3 वर्ष के कर्मचारी भविष्य निधि में कर्मचारी के अंशदान की राशि को कर्मचारियों से वसूलने के आदेश से मनरेगाकमिर्यों में हड़कंप मच गया है. जिसे लेकर मनरेगा कर्मचारी ने अपने अल्प वेतन और आर्थिक एवं मानसिक स्तिथि की दुहाई देते हुए इस आदेश को निरस्त करने के लिए आयुक्त, महात्मा गांधी नरेगा को पत्र लिखकर गुहार लगाई है.