देश विदेश

राज्यसभा के 19 सदस्यों को किया गया निलंबित…

26 जुलाई 2022 :  राज्यसभा के 19 सदस्यों को एक हफ्ते के लिए निलंबित किया गया है. इनमें मौसम नूर, एल. यादव, वी. शिवादासन, अबीर रंजन बिस्वास, सुष्मिता देव, शांता छेत्री, मोहम्मद अब्दुल्लाह, एए रहीम, कनिमोझी, डॉ. शांतनु सेन, नदीम उल हक और डोला सेन शामिल हैं. राज्यसभा सांसदों को सदन के वेल में प्रवेश करके नारेबाजी करने के लिए निलंबित किया गया है.

निलंबित किए गए अन्य सांसद आर वद्दीराजू, एस कल्याणासुंदरम, आर गिररंजन, एनआर इलांगो, एम शणमुगम, दामोदर राव दिवाकोंडा और पी संदोष कुमार हैं. इससे पहले राज्यसभा में विपक्ष द्वारा हंगामा किया गया. जिस पर उपसभापति ने सख्ती दिखाते हुए कहा कि मैं सदन के वेल में खड़े होकर नारे लगाने और ताली बजाने वाले सदस्यों से कहना चाहता हूं कि यह नियमों के खिलाफ है.

राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष द्वारा “रोलबैक जीएसटी” के नारे लगाए गए. उपसभापति ने हंगामा कर रहे सांसदों से कहा कि कृपया अपनी सीटों पर वापस जाएं. पूरा देश देख रहा है कि आप सदन को चलने नहीं दे रहे. सांसदों के निलंबन पर टीएमसी के राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि मोदी और शाह ने लोकतंत्र को निलंबित कर दिया है. आप सांसदों के बारे में क्या बात कर रहे हैं?

बता दें कि, बीते दिन लोकसभा में भी हंगामा किया गया था. महंगाई के विरोध में नारेबाजी के बाद कांग्रेस के चार सांसदों को लोकसभा के शेष सत्र से निलंबित कर दिया गया था. कांग्रेस सांसदों ने हाथ में तख्तियां लेकर सदन में नारेबाजी की थी. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सांसदों को चेतावनी दी थी कि सदन में तख्तियां लाने वाले किसी भी सांसद को कार्यवाही में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी.

इसके बाद कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर , ज्योतिमणि , राम्या हरिदास और टीएन प्रतापन को निलंबित किया गया था. सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया दी गई थी. पार्टी ने कहा था कि सांसदों को सस्पेंड करके सरकार हमें डराने की कोशिश कर रही है. सांसद केवल उन मुद्दों को उठाने की कोशिश कर रहे थे जो आम लोगों के लिए मायने रखते हैं.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button