छत्तीसगढ़

रमन सिंह पर बड़ा राजनीतिक हमला… मुख्यमंत्री ने साझा किया बैंक घोटाले वाले नार्को टेस्ट का वीडियो, लिखा – प्री दिवाली गिफ्ट फॉर भ्रष्टाचार के अंतरराष्ट्रीय पितामह…

प्रवर्तन निदेशालय-ED की कार्रवाई के बीच भ्रष्टाचार के मुद्दे पर छत्तीसगढ़ की राजनीति गरमाई हुई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के बीच डिजिटल प्लेटफॉर्म पर एक जंग शुरू हो गई है। शुक्रवार शाम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रायपुर के प्रियदर्शिनी सहकारी बैंक घोटाले के एक आरोपी के नार्को टेस्ट का वीडियो जारी किया। इसके साथ उन्होंने लिखा-हियर इज स्पेशल प्री दिवाली गिफ्ट फाॅर भ्रष्टाचार के अंतरराष्ट्रीय पितामह।

इस वीडियो में इंदिरा प्रियदर्शिनी महिला सहकारी बैंक घोटाले की कहानी और एक आरोपी उमेश सिन्हा के नार्को टेस्ट का वीडियोग्राफी का हिस्सा है। यह घोटाला 2007 में सामने आया था वह भी बैंक बंद होने के बाद। आरोप है कि बैंक प्रबंधन और संचालक मंडल ने 54 करोड़ रुपयों का हेरफेर कर लिया था। इस मामले में आंदोलनों के बाद एफआईआर हुई।

पुलिस ने प्रबंधन से जुड़े कई लोगों को गिरफ्तार किया लेकिन सभी जमानत पर बाहर आ गए। उसी दौरान पुलिस ने बैंक के प्रबंधक उमेश सिन्हा का नार्को टेस्ट कराया था। इसमें उसने बताया था कि मामले को दबाने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह सहित चार. मंत्रियों को चार करोड़ रुपए दिए गए थे।

बैंक प्रबंधक उमेश सिन्हा ने मुख्यमंत्री रमन सिंह के अलावा तत्कालीन गृह एवं सहकारिता विभाग के मंत्री रामविचार नेताम, मंत्री बृजमोहन अग्रवाल और अमर अग्रवाल का नाम लिया था। इसमें तत्कालीन डीजीपी ओपी राठौर को भी एक करोड़ रुपए दिए जाने की बात आई थी। छत्तीसगढ़ पुलिस ने नार्को टेस्ट की यह सीडी कभी न्यायालय में पेश ही नहीं की। करीब पांच साल बाद 2013 में यह सीडी बाहर आई। उसके बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति में बड़ा बवाल मचा था। हालांकि इन आरोपों के बाद भी भाजपा 2014 का विधानसभा चुनाव जीतने में सफल रही।

क्या था यह इंदिरा प्रियदर्शिनी बैंक
पूरी तरह महिलाओं के लिए संचालित इंदिरा प्रियदर्शिनी महिला नागरिक सहकारी बैंक 1995 में खुला। इसका मुख्यालय सदर बाजार में था। शहर में इसकी दो अन्य शाखाएं थीं। यह बैंक अच्छा कारोबार कर रहा था। उसके अंतिम दिनों में भी 25 हजार से अधिक ग्राहक इससे जुड़े थे। बाद में संचालक मंडल और बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से घोटाले की बात सामने आई। रकम के घालमेल की वजह से 2006 में यह बैंक बंद हो गया। सरकार ने परिसमापक बिठा दिया।

रमन सिंह ने ED की विज्ञप्ति चस्पा कर लिखा – यह लो 25 रुपया प्रति टन का साक्ष्य
मुख्यमंत्री के ट्वीट के करीब तीन घंटे बाद पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ में चल रहे छापे को लेकर प्रवर्तन निदेशालय-ED की प्रेस विज्ञप्ति साझा की। उन्होंने लिखा-यह लो 25 रुपया प्रति टन का साक्ष्य। आगे की कार्रवाई के लिए तैयारी कर लें साथ ही अब माफी भी मांग लीजिए। सारे नाम सामने आएंगे/ सारे भ्रष्टाचार उजागर होंगे/ सच सामने आएगा/ सब सामने आएगा।

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