आपने भी खुलवा रखा है एक से ज्यादा बैंकों में अकाउंट तो जल्द करा लें बंद, वरना… ! RBI ने दी ये जानकारी

अगर आप भी बैंक में अकाउंट ओपन कराने जा रहे हैं तो आपके लिए बड़ी खबर है। रिजर्व बैंक की ओर से करोड़ों ग्राहकों को बड़ी जानकारी दी गई है। बता दें कई बार हम 1 से ज्यादा अकाउंट ओपन करा लेते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर आपने भी एक से ज्यादा अकाउंट ओपन करा रखे हैं तो आपको भारी नुकसान हो सकता है। आइए जानिए रिजर्व बैंक के क्या नियम हैं-
आपको बता दें रिजर्व बैंक की ओर से अकाउंट ओपन कराने के लिए कोई भी लिमिट तय नहीं की है। ग्राहक 2,4 या फिर 5 कितने भी अकाउंट ओपन करा सकता है। आरबीआई की ओर से कोई लिमिट जारी नहीं की गई है।
अगर आप एक से ज्यादा यानी मल्टीपल अकाउंट रखते हैं तो आपको कई तरह के बेनिफिट्स मिल सकते हैं, लेकिन यह आम इंसान के लिए काफी मुश्किल है। बैंक अकाउंट ओपन कराने के साथ ही आपको उसके मिनिमम बैलेंस को मेनटेन करना होता है। इसके अलावा भी कई अन्य तरह की सुविधाओं को आपको मैनेज करना होता है।
देने होते हैं कई तरह के चार्ज
अगर आप एक से ज्यादा खाते रखते हैं तो आपको उसका मेंटेनेंस चार्ज, क्रेडिट और डेबिट कार्ड चार्ज, सर्विस चार्ज समेत कई चार्ज का भुगतान करना होता है। तो अगर आप सिर्फ एक बैंक में अकाउंट रखेंगे तो आपको सिर्फ एक बैंक के ही चार्ज देने पड़ेगें।
आरबीआई ने बताया है कि आप अपने फालतू खातों को बंद करा दें, जिससे आपको इस तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। आपको बता दें खाते को बंद कराने के लिए आपको एक डी-लिंक फॉर्म फिल करना होता है। आपको बैंक की ब्रांच से अकाउंट क्लोजर फॉर्म मिल जाता है, जिसको फिल करके जमा करने पर आपका खाता बंद हो जाता है।
कई बार देनी होती है पेनाल्टी
कई बैंकों में मिनिमम बैलेंस, 5000 होता है व कई बैंकों में 10,000 होता है। अगर आप इससे कम बैलेंस रखते हैं तो आपको पेनाल्टी देनी पड़ती है, जिसका सीधा असर आपके सिबिल स्कोर पर पड़ता है।
आरबीआई ने बताया है कि आप अपने फालतू खातों को बंद करा दें, जिससे आपको इस तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। आपको बता दें खाते को बंद कराने के लिए आपको एक डी-लिंक फॉर्म फिल करना होता है। आपको बैंक की ब्रांच से अकाउंट क्लोजर फॉर्म मिल जाता है, जिसको फिल करके जमा करने पर आपका खाता बंद हो जाता है।