एसडीओपी ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी:पुलिस पर मारपीट, झांकी में तोड़फोड़ व देवी प्रतिमा खंडित करने का आरोप

जिला मुख्यालय मोहला में शनिवार की रात मां सरस्वती की प्रतिमा को विसर्जन करने ले जा रहे लोगों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस वालों ने डीजे बंद कराया, ग्रामीणों व महिलाओं से मारपीट की।
साथ ही झांकी और प्रतिमा में भी तोड़फोड़ का आरोप है। इसके बाद रात में ही समिति के पदाधिकारी और ग्रामीण थाने पहुंच गए। एसडीओपी अर्जुन कुर्रे, एसआई कमलेश बंजारे और अन्य सिपाहियों पर मारपीट का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने राजनांदगांव-चंद्रपुर हाइवे जाम कर दिया। शनिवार रात एक बजे से रविवार की सुबह 10 बजे तक यहां ग्रामीण बैठे रहे। सुबह एसपी वाय अक्षय कुमार ग्रामीणों से मिलने पहुंचे। इसके बाद उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा की।
ग्रामीणों ने इन पुलिस अफसर व सिपाहियों पर एफआईआर और कार्रवाई की मांग की। मौके पर एसडीओपी ने माफी भी मांगी। इसके अलावा एसपी अक्षय ने मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए आईजी दुर्ग रेंज को पत्र लिखा। कार्रवाई के आश्वासन के बाद चक्काजाम समाप्त हुआ।
घटना के बाद सुबह किया गया प्रतिमा का विसर्जन
इस घटनाक्रम के बाद ग्रामीणों ने मां सरस्वती की प्रतिमा का विसर्जन रात में नहीं किया। झांकी और प्रतिमा को लेकर वे थाने पहुंच गए। काफी देर तक थाने में ही बवाल चलता रहा। जब कार्रवाई नहीं हुई तब उनके द्वारा हाईवे पर चक्काजाम किया गया। रात में अफसरों ने मान-मनौव्वल का प्रयास किया लेकिन वे कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे।
जनप्रतिनिधि भी पहुंचे, कार्रवाई की मांग रखी
घटना की सूचना मिलने पर सुबह भाजपा व कांग्रेस के जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठ गए। जिला भाजपा मंत्री नम्रता सिंह ने भी मामले में कार्रवाई की मांग की। वहीं मां शारदा मित्र मंडल के पदाधिकारियों ने पत्र लिखकर एफआईआर की मांग रखी है। उन्होंने बताया कि फौव्वारा चौक में विराजित प्रतिमा विसर्जन रात में किया जा रहा था।
उसी दौरान पुलिस वालों ने हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचाते हुए देवी प्रतिमा को भी तोड़फोड़ किया है। मौके पर एसडीओपी ने माफी भी मांगी। इसके अलावा एसपी अक्षय ने मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए आईजी दुर्ग रेंज को पत्र लिखा। साथ ही जल्द जिम्मेदार अफसरों कर्मियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
दावा- तोड़फोड़ से 5 लाख का नुकसान
समिति के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है कि प्रतिमा विसर्जन में मौजूद महिलाओं और बच्चों से मारपीट की है। राजनांदगांव से आए डीजे में भी तोड़फोड़ की गई। इससे पांच लाख रुपए का नुकसान भी बताया गया। इधर पुलिस का पक्ष है कि रात में शांति समिति की बैठक में पहले ही कह दिया गया था कि रात 10 बजे तक विसर्जन करें। बावजूद रात 12 बजे के बाद विसर्जन किया जा रहा था।
डीजे की तेज आवाज से रात में सोने वाले आम लोगों को दिक्कत हुई है। बावजूद उन्हें सहयोग किया गया। डीजे बंद करने कहा गया था। उसी बात को लेकर विवाद हुआ था। सुबह तक कुछ सिपाहियों को लाइन अटैच की बात सामने आई थी लेकिन एसपी ने स्पष्ट किया कि पूरे मामले की जांच कराई जाएगी। तब जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई होगी।
जांच के बाद दोषी अफसरों पर की जाएगी कार्रवाई
मोहला में हुई घटना निंदनीय है। ग्रामीणों की शिकायत पर आईजी दुर्ग रेंज को इस पूरे मामले की जांच कराने के लिए पत्र लिखा गया है। मामले की निष्पक्ष जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उस हिसाब से दोषी अफसरों व कर्मियों पर कार्रवाई की जाएगी।