षष्ठम दिवस पर भागवत कथा में रुकमणी और श्री कृष्ण के विवाह संपन्न हुए ,भक्तो की आज उमड़ी भीड़,,, आज सप्तम अंतिम दिवस पर होगा श्री कृष्ण और सुदामा का मिलन…

षष्ठम दिवस पर भागवत कथा में रुकमणी और श्री कृष्ण के विवाह संपन्न हुए ,भक्तो की आज उमड़ी भीड़,,,
आज सप्तम अंतिम दिवस पर होगा श्री कृष्ण और सुदामा का मिलन…
बादल पटेल / प्रज्ञा 24 न्यूज़ छत्तीसगढ़ / 12 दिसम्बर 2021
भटगांव:- नगर भटगांव में प्रदीप एवं केशव देवांगन परिवार द्वारा आयोजित 7 दिवसीय भागवत कथा का कल छठवां दिन श्री कृष्ण और रुकमणी जी का विवाह संपन्न हुआ. कथा स्थल पर रुकमणी और श्री कृष्ण की स्वरूप को दिखाया गया था. यह दृश्य काफी मनमोहक था.
कल की कथा में बापूजी के मुख से सुनाई गई ” आत्मा की पति परमात्मा होती है” और बताया गया की जो लोग पिछले छह दिनों की कथा नहीं सुन पाए और पहुंचने की इच्छा है.
वे अंतिम दिन जरूर पहुंचे क्योंकि कथा सुनने का फल उतना ही मिलता है जितना पूरे 7 दिन सुने. अंतिम दिन जो सुन लिया उसको, क्योंकि मैं इस भटगांव की पावन धरा में फिर कभी आना हो या न हो और हमारी मुलाकात कभी और न हो क्योंकि समय है कुछ भी हो सकता है”
आज कथा के सातवां और कथा विराम के दिन श्री कृष्ण और सुदामा का मिलन होगा ,यह उनके अटूट मित्रता के मिलन का समय होगा इस क्षण का आनंद लेने जरूर पहुंचे.
सभी भक्तो को कार्यकर्ता के माध्यम से लिफाफा वितरण किया गया क्योंकि सुदामा श्री कृष्ण से मिलने गए तो वे चावल लेकर पहुंचे थे इसलिए सभी भक्त गण कुछ न कुछ लेकर जरूर पहुंचे और सभी भक्त जो भी आने की इच्छुक है जरूर कथा स्थल लाए, मित्र, साथी, परिवार, मुहल्ला, गांव, सबको यहां लाए और पुण्य कमाए और उन्हे भी मिल सके।
कल पंडाल इतना भीड़ हुआ कि दोनो तरफ के परदे खोलने पड़े यानी पंडाल कम पड़ गया. कल अंतिम दिवस है। इस कारण और अत्याधिक भीड़ होने की संभावना है. आसपास के क्षेत्र रायगढ़, कोरबा , बिलासपुर , चांपा, सारंगढ़, एवं अन्य जगह में पूर्व में बापूजी के कथा आयोजित करने वाले सभी आयोजक परिवार आज बापूजी का आशीर्वाद लेने पहुंचे थे.
कथा स्थल एवं पूरे नगर में एक मेला के जैसे माहोल है पूरे नगर और क्षेत्र में जहां तक से लोग आते है कथा को सुनकर जाते है और अगले दिन भी और अपने साथी परिवार को लाते है ,बापू जी का कथा लोगो को खूब पसंद आ रहा है ,चूंकि ऐसा भव्य आयोजन भटगांव सहित क्षेत्र में बापूजी का पहली बार आयोजन है इसलिए लोग काफी उत्साहपूर्वक कथा का रसपान के लिए पहुंच रहे है,,
आप भी परिवार सहित आज की कथा सुनने जरूर पहुंचे और अपने व परिवार का जीवन सफल बनाए।