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आखिर कब तक : बालवाड़ी के नाम पर शिक्षा विभाग में कमीशन का खेल, गरीब किसानों के बच्चों के भविष्य पर लगा भ्रष्टाचार का दीमक

CG NEWS : आखिर कब तक : बालवाड़ी के नाम पर शिक्षा विभाग में कमीशन का खेल, गरीब किसानों के बच्चों के भविष्य पर लगा भ्रष्टाचार का दीमक

बेमेतरा। CG NEWS : भूपेश बघेल के राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना बालवाड़ी के नौनिहाल बच्चों की शिक्षा पर कमीशन का ग्रहण लग गया है। जिसे आप सब को जानना जरूरी है। बालवाड़ी योजना के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों की सर्वांगीण विकास के लिए सरकार लाखों करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा रहे हैं।

बालवाड़ी सजाने आए फंड में गड़बड़ी करने के लिए बीआरसीसी अफसर बना रहे दबाव। शासकीय स्कूलों में जैसे ही बालवाड़ी सजाने के नाम पर प्रधान पाठकों के खाते मे शासन की ओर से रुपए जमा हुए वैसे ही बीआरसीसी कार्यालय में बैठे जिम्मेदार अपने पद की गरिमा भूलकर ठेकेदारी करने में उतर आए। प्रधानपाठक बालवाड़ी सजाने के काम से एक बार फिर अछूते रह गए।

दरअसल, उनके खाते में रुपए जरूर आए लेकिन उसका लाभ बीआरसी सी कार्यालय में बैठे जिम्मेदार ठेकेदार बनकर उठा रहे हैं। इस बात से प्रधानपाठकाें में भारी नाराजगी है। उनके द्वारा बीआरसीसी कार्यालय के जिम्मेदार की खुलकर शिकायत की जा रही है, लेकिन सामने आकर बोलने से वे हिचक रहे हैं। उनका कहना है कि बीआरसीसी कार्यालय में बैठे लोग विभाग के जिले के अधिकारियों के नाम पर दबाव बनाकर उनके हक का काम अपने लाेगाें से आपसी सांठगांठ कर करा रहे हैं। प्रधान पाठकों का कहना है कि स्कूलों में जहां बालवाड़ी में हाेने वाले कार्य का स्तर बेहद खराब है।

वही 15 हजार रुपए की राशि में कई हिस्सेदार बन बैठे हैं। उन्होंने दबी जुबान बताते है कि 5 हजार रुपए की राशि का कार्य कराकर 5 हजार रुपए बीआरसीसी कार्यालय के जिम्मेदार लोगों के अलावा 5 हजार रुपए की वसूली जिले के विभाग अधिकारी को देने के नाम पर की जा रही है। इसके लिए बीआरसीसी दफ्तर में बैठे लोग प्रधान पाठकों पर जिले के अधिकारी के नाम का दबाव बनाया जा रहा है। प्रधानपाठक इस बात की शिकायत दबी जुबान से तो कर रहे है, लेकिन अपने उच्च अधिकारियों का नाम सामने आने पर वे खुलकर बोलने से हिचकिचा भी रहे है।

छग की भूपेश सरकार ने नई शिक्षा नीति के तहत 5 से 6 वर्ष आयु तक के बच्चों के लिए बालवाड़ी नामक महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की है, लेकिन जिम्मेदारों की लालच के चलते बेमेतरा जिले में यह योजना से खिलवाड़ हो रहा है। छग सरकार द्वारा 5173 बालवाड़ी के साथ इस योजना की शुरुआत की है।

इसमें बच्चों के सीखने और समझने की क्षमता का विकसित किया जाना है। फिलहाल इस योजना के तहत स्कूल परिसर में स्थित आंगनबाडिय़ों को बालवाड़ी में तब्दील किया जा रहा है। शासन की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत बेमेतरा जिले के 171 स्कूलों में बालवाडी बनाया जाना है। पेंटिंग का कार्य जी एम कंट्रक्शन, रायपुर रोड काबरा पेन्ट सुन्दर नगर बेमेतरा के नाम से बिना जीएसटी नंबर का बिल दिया गया हैं। बीआरसीसी की ओर से निर्धारित किए गए पेंटरों द्वारा जी एम कंट्रक्शन रायपुर रोड काबरा पेन्ट सुन्दर नगर के नाम से स्कूल के प्रधान पाठकों को पंद्रह हजार रुपए के बिल थमाए जा रहे हैं। उनके द्वारा दिए गए बिना जीएसटी बिल पर प्रधान पाठक ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई है।

उनका कहना था कि बीआरसीसी कार्यालय से मिलीभगत कर घटिया कार्य करने वाले पेंटर बिना जीएसटी का बिल देकर केन्द्र व राज्य सरकार के राजस्व की चोरी करते रहे हैं। प्रधान पाठकों का कहना है कि बीआरसीसी कार्यालय के दबाव में आकर उनके द्वारा 15 हजार रुपए के बिना जीएसटी बिल पर भुगतान किया गया है। जो भविष्य में ऑडिट के दाैरान उनके लिए मुसीबत लेकर आ सकती है।

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