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*शासकीय हाई स्कूल बोड़ा एवं धनसीर में पुण्यश्लोक लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जी की जयंती कार्यक्रम संपन्न*

*शासकीय हाई स्कूल बोड़ा एवं धनसीर में पुण्यश्लोक लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जी की जयंती कार्यक्रम संपन्न*

▪️शिव साधक थीं देवी अहिल्या बाई, पति के निधन के बाद 28 साल संभाला राज्य

भटगांव-10 दिसम्बर 2024/

लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जी के त्रिशताब्दी जयंती के उपलक्ष्य में शासकीय हाई स्कूल बोड़ा एवं धनसीर वि.ख.-बिलाईगढ़ जिला- सारंगढ़ बिलाईगढ़ में रानी अहिल्याबाई होल्कर जी की जयंती एवं व्यख्यान कार्यक्रम आयोजित की गई वहीं कार्यक्रम के मुख्य वक्ता पुण्यश्लोक लोकमाता अहिल्यादेवी जन्म त्रि शताब्दी आयोजन समारोह समिति जिला-सारंगढ बिलाईगढ़ के जिला अध्यक्ष डॉ गिरीश शंकर वैष्णव ने कहा कि

शिव साधक थीं देवी अहिल्या बाई, पति के निधन के बाद 28 साल संभाला राज्य, पूरे देश में कराए कामं

देवी अहिल्या बाई होल्कर की 300वीं जयंती मंगलवार को मनाई गयी । किसी राजा या रानी के इतने लंबे समय के बाद याद करने के विरले ही उदाहरण होंगे। ब्रिटिश प्रशासक और अंग्रेज अधिकारी सर जॉन मालकम ने मालवा के इतिहास पर  कार्य किया था, उन्होंने देवी अहिल्या बाई को होल्कर राजवंश की श्रेष्टतम शासिका के रूप में उल्लेखित किया है।

देवी अहिल्या देवी द्वारा अपने कार्यकाल में देशभर में 8527  धार्मिक स्थल और 39  राजकीय अनाथालय का निर्माण कराया। साथ ही उनके कार्यकाल में धर्मशालाओं, नर्मदा किनारे, देश में प्रमुख धर्मस्थलों पर नदियों किनारे के घाटों, कुंए, तालाब, बाबड़ियों और गोशालाओ का निर्माण कराया। पुण्यश्लोक लोकमाता अहिल्यादेवी जन्म त्रि शताब्दी आयोजन समिति जिला- सारंगढ़ बिलाईगढ़ के जिला अध्यक्ष डॉक्टर गिरीश शंकर वैष्णव ने कहा कि महारानी अहिल्याबाई प्रसिद्ध सूबेदार मल्हारराव होलकर के पुत्र खंडेराव की पत्नी थीं। अहिल्याबाई किसी बड़े राज्य की रानी नहीं थीं। उनका कार्यक्षेत्र अपेक्षाकृत सीमित था। अहिल्याबाई ने अपने राज्य की सीमाओं के बाहर भारत-भर के प्रसिद्ध तीर्थों और स्थानों में मंदिर बनवाए, घाट बनवाएं, कुओं और बावड़ियों का निर्माण कराया, मार्ग बनवाए, भूखों के लिए अन्न क्षेत्र खोले, प्यासों के लिए बनवाई। रानी अहिल्याबाई होलकर एक बुद्धिमान, तेज सोच की शासक के तौर पर याद किया जाता है। हर दिन वह अपनी प्रजा से बात करती थीं। उनकी समस्याएं सुनती थीं। रानी अहिल्याबाई ने ऐसे कई काम किए कि लोग अब भी उनका नाम लेते हैं।वहीं कार्यक्रम में इनकी रही उपस्थिति पुण्यश्लोक लोकमाता अहिल्यादेवी जन्म त्रिशताब्दी आयोजन समारोह समिति के जिला अध्यक्ष जिला-सारंगढ़ बिलाईगढ़ डॉ. गिरीश शंकर वैष्णव, बालवाड़ी ब्लॉक नोडल शिक्षक संजीव राजेत्री टुण्डरीसंकुल शैक्षिक समन्वयक हेमचन्द्र साहू दोनों स्कूल के प्रभारी प्राचार्य नरेंद्र कुमार साहू, अस्वनी जाटवर ,बी.आर.बरदायक,आर पी अजय, रामकुमार साहू, सतीश यादव,प्रदीप साहू,एस के साहू,ओम प्रकाश साहू, रश्मि साहू, निर्मला खैरवार सहायक ग्रेड 03 महेंद्र ठाकुर सहायक ग्रेड02,संजीव राजेत्री एवं सैकड़ो की संख्या में छात्र/छात्राएं उपस्थित थे।

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