
हरेंद्र बघेल रायपुर। छत्तीसगढ़ में फिर से अनियमित और दैनिव वेतन भोगी कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। 14 जुलाई को ये कर्मचारी मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने वाले है। इसके साथ ही फेडरेशन ने एक पोस्टर भी साझा किया है, जिसमें कांग्रेस द्वारा अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने की बात कही गई है.
छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी मोर्चा के प्रांतीय संयोजक गोपाल प्रसाद साहू ने कहा कि प्रदेश में कार्यरत अनियमित कर्मचारियों संविदा, दैनिक वेतन भोगी, कलेक्टर दर, श्रमायुक्त दर पर कार्यरत श्रमिक, प्लेसमेंट, मानदेय, अशंकालिक, जाबदर, ठेका कर्मचारी अपने नियमितीकरण सहित 4 सूत्रीय मांगों को लेकर “छत्तीसगढ़ अनियमित कर्मचारी मोर्चा एवं छत्तीसगढ़ दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी फेडरेशन” के संयुक्त तत्वावधान में 14 जुलाई 23 को धरना-प्रदर्शन एवं मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे। कांग्रेस सरकार अनियमित आन्दोलन को कुचलने अलोकतांत्रिक रास्ता अपना रही है, ऐसे प्रयासों का हम कड़ी निंदा करते है।
वहीं छत्तीसगढ़ दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक रामकुमार सिन्हा ने बताया कि कांग्रेस ने अपने जन-घोषणा-पत्र के बिंदु क्रमांक 11 एवं 30 में अनियमित, संविदा एवं दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों को नियमित करने, छटनी न करने तथा ऑउट सोर्सिंग बंद करने का वादा किया है। सरकार द्वारा अनियमित कर्मचारियों की समस्याओं पर किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं होने से अनियमित कर्मचारी व्यथित एवं आक्रोशित है।
क्या है मांग
- समस्त अनियमित, दैनिक वेतनभोगी एवं संविदा कर्मचारी/अधिकारीयों को नियमित किया जावे तथा नियमितीकरण से वंचित को स्थायीकर्मी बनाकर स्थायीकरण किया जावे।
- विगत वर्षों से निकाले गए/छटनी किये गए अनियमित कर्मचारियों को बहाल कर छटनी पर रोक लगाई जावे।
- अंशकालिक कर्मचारियों को पूर्णकालीन किया जावे।
- शासकीय सेवाओं में आउटसोर्सिंग/ठेका प्रथा को पुर्णतः समाप्त कर कर्मचारियों का समायोजन किया जावे तथा नियत अवधि में नियमित किया जावे।