
अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार करने के लिए नया कारनामा किया गया है। अंबिकापुर जिले से सरकारी जमीन के फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। आरोप है कि, मंत्री के निज सचिव, पटवारी और नेताओं समेत 21 लोगों ने फर्जी तरीके से सरकारी जमीन को अपने नाम कर धान खरीदी योजना के तहत पैसे अर्जित किए।
तहसीलदार की शिकायत पर पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में इन आरोपियों के खिलाफ धारा 120, 420, 467, 468, 471 के तहत अपराध कायम किया है और जांच में जुट गई है।
बतौली थाने में तहसीलदार ईश्वर चंद यादव ने शिकायत दर्ज कराई है कि, आरोपियों ने ग्राम भटको करदना के शासकीय भूमि को फर्जी तरीके से अपने नाम करा लिया और फिर उस जमीन के माध्यम से धान खरीदी योजना के तहत धान बेचकर मोटी रकम हासिल की। साथ ही आरोपियों ने जमीन का कुछ हिस्सा बेच भी दिया। इन आरोपियों में मंत्री अमरजीत भगत के पूर्व निज सचिव का नाम भी है।
जारी हुआ था नोटिस
जानकारी के अनुसार, इस मामले की खबर जब अधिकारियों को लगी तब सभी आरोपियों को नोटिस जारी किया गया था और जमीन संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करने कहा गया था। लेकिन नोटिस का जवाब तय सीमा पर नहीं दिया गया।
इनके खिलाफ शिकायत हुई दर्ज
सरकारी जमीन के फर्जीवाड़े मामले में बतौली थाने में शिकायत दर्ज हुई है। इस मामले में मंत्री अमरजीत भगत के निज सचिव भपेंद्र यादव, पटवारी कंचराम पैंकरा, कानूनगो जान बड़ा, भगमनिया, शशांक गुप्ता, रामानंद यादव, जगमोहन, हेमन्त यादव, प्रेमलता बेवा, अश्वनी सिंह, अनुप गुप्ता, उदय राम, सुंदर राम, सुभग राम, रामप्रसाद जयेश, प्रदीप गुप्ता, अनिता यादव, बीना गुप्ता के खिलाफ 120, 420, 467, 468,471 के तहत अपराध दर्ज किया गया। वहीं, दूसरे मामले में ईश्वर चंद यादव की शिकायत पर बैगीन लोहार, अमित गुप्ता, पटवारी कंचराम पैंकरा, कानून गो जान बड़ा के खि़लाफ 120, 420, 467, 468, 471 के तहत अपराध दर्ज किया गया है।