प्रधानपाठक के रवैये से ग्रामीण परेशान, बच्चों को पढ़ाने के बजाय करवाते है स्कूल का काम

प्रधानपाठक के रवैये से ग्रामीण परेशान,
बच्चों को पढ़ाने के बजाय करवाते है स्कूल का काम
BEO एवं DEO की उदासीनता से ऐसे शिक्षकों के हौसले बुलंद
भटगांव : शिक्षा विभाग को फिर एक बार शर्मसार करने वाला खबर सामने आई है जहां एक शिक्षक जो प्रधानपाठक के रूप मे कार्यरत है उन पर बड़े ही गंभीर आरोप लगे है जिनकी शिकायत Beo बिलाईगढ़ को भी किया जा चूका है लेकिन आज तक अधिकारियो द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किया गया जिससे ऐसे शिक्षको के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं.
आपको बता दें की यह पूरा मामला शासकीय प्राथमिक शाला ओटगन का है जहां प्रधान पाठक गोपाल सिंह रोसिक के रवैया से ग्राम वासी आक्रोशित हैं. ग्राम वासी द्वारा प्रधान पाठक को कई बार समझाइस भी दिया गया और उनके रवैया में सुधार करने की अपील किया गया. लेकिन शासकीय प्राथमिक शाला ओटगन के प्रधान पाठक अपने हरकत से बाज नहीं आए और अपने हरकत दिखाना शुरू कर दिए काफी दूर से सड़क पार कर बच्चों को पानी लाने के लिए मजबूर कर दिए हैं. बच्चे अपने पढ़ाई छोड़ बड़ा बड़ा बाल्टी में पानी लाने को मजबूर हो गए हैं. ग्राम वासी द्वारा विकासखंड शिक्षा अधिकारी को लिखित शिकायत करने के बावजूद अभी तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही नहीं किए हैं. आखिरकार शिक्षा अमला प्रधान पाठक के लापरवाही पर कार्यवाही क्यों नहीं कर रहे हैं ये समझ से परे हैं.
ग्राम वासियों ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया है कि ग्रामवासी द्वारा प्रधान पाठक गोपाल सिंह रोसिक को बार-बार समझाइस देने के बाद भी अपने रवैया को सुधार क्यों नहीं कर रहे हैं बड़े-बड़े बाल्टी में बच्चों से पानी मंगवाते हैं. एवं प्रधान पाठक स्कूल के समय में टी-शर्ट और चड्डा में स्कूल आते हैं. कीटनाशक दवा स्पियर को स्कूल में रखते हैं. स्कूल समय में अपने खेत में दवाई छिड़काव करने चला जाता है. बच्चों को कुछ भी नहीं पढ़ाने की भी जानकारी दिये हैं.
अब देखना यहां होगा की खबर प्रशासन के बाद शिक्षा अमला उच्च अधिकारी होश में आते हैं या नहीं.प्रधान पाठक रोशिक के लापरवाही के प्रति कार्यवाही करते हैं या फिर लीपापोती कर छोड़ दिया जाता है ये तो आने वाला समय ही बताएगा.