छोटे भाई को मारने की दी थी धमकी इसलिए मार डाला, पिस्टल से सिर पर मारी गोली, शव को नदी में फेंका

शिवनाथ नदी में मृत मिले आदित्य उर्फ गोविंदा सौदागर की हत्या का मामला पुलिस ने सुलझा लिया है। हत्या के आरोप में पुलिस ने एक नाबालिग सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सभी गोविंदा के पूर्व परिचित ही हैं। हत्या के मास्टर माइंड ने बताया कि गोविंदा उसके छोटे भाई को मारने की बात कहता था, उसे धमकाया था। उसी का बदला लेने उसकी हत्या कर दी।
दीवानटोला के गोविंदा सौदागर (19) का शव 24 सितंबर को शिवनाथ नदी में मिली थी। पीएम में सामने आया कि गोविंदा के सिर पर पिस्टल से गोली मारी गई है। बसंतपुर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। जिस दिन गोविंदा अपने घर के निकला था, उसके बाद से फुटेज चेक की गई। जिसमें गोविंदा को मोपेड पर बैठाकर ले जा रहे दो संदेही दिखे। पुलिस ने संदेहियों की पतासाजी शुरू की। जिसमें हत्या के मास्टर माइंड रमेश साहू उर्फ पिंटू खरपट्टा (30 वर्ष) की पहचान हुई। पुलिस ने तत्काल रमेश साहू को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की।
गली में देर रात मारी गोली, फिर फेंका शव
पूछताछ में आरोपी ने साथी जावेद खान (20 वर्ष), युवराज राजपूत और एक नाबालिग के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकारी। आरोपियों ने बताया कि वह लगातार गोविंदा के साथ देर रात तक घूमते रहते थे। वारदात वाली रात भी सभी एक साथ घूम रहे थे। सभी बख्तावर चाल के गली नंबर एक के पास रात करीब 12 से 1 बजे के बीच पहुंचे। इसी दौरान मौका देखकर रमेश साहू ने अपनी पिस्टल से गोविंदा के सिर पर गोली मार दी। इसके बाद गोविंदा के शव को मोपेड में बीच में रखकर शिवनाथ नदी ले गए। दो आरोपियों ने घटनास्थल पर फैले खून को पानी डालकर साफ किया। रात में किसी ने भी घटना को नहीं देखा था।
करीबी के साथ छोटे भाई के अवैध संबंध का संदेह
मुख्य आरोपी रमेश साहू ने बताया कि उसके छोटे भाई का अवैध संबंध मृतक गोविंदा की एक करीबी रिश्तेदार के साथ होने का संदेह था। इसकी जानकारी गोविंदा को भी लग गई थी। जिसके चलते गोविंदा लगातार उसके छोटे भाई को मारने की बात कहता था। एक दो बार उसे धमकी भी दे चुका था। इसी का बदला लेने के लिए उसने गोविंदा के हत्या की साजिश रची। जिसके लिए अपने तीन साथियों को राजी किया।
पिस्टल के साथ पांच जिंदा कारतूस भी जब्त किया
पुलिस ने पूछताछ के बाद आरोपियों की निशानदेही पर पिस्टल जब्त कर लिया है। इसके अलावा गोविंदा को मारी गई गोली का खाली खोखा और पांच जिंदा कारतूस भी पुलिस ने रमेश साहू से जब्त किया है। पुलिस ने पिस्टल के संबंध में भी पूछताछ की। जिसमें मुख्य आरोपी ने पूर्व के एक मृत साथी द्वारा पिस्टल देने की बात स्वीकारी है। पुलिस को पता चला कि ऐसे आरोपियों को कुछ नामचीन लोग पूरा संरक्षण दे रहे हैं।
शहर के सफेदपोश पर भी संदेह, एसपी बोले – होगी कार्रवाई
इस पूरे मामले की जांच के दौरान सामने आया है कि शहर के कुछ सफेदपोश लोग अपराधिक प्रवृत्ति के युवाओं को पिस्टल सहित दूसरे हथियार उपलब्ध करा रहे हैं। ऐसे युवाओं को अपने रुपए वसूली से लेकर दूसरे कामों के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने बताया कि रमेश साहू ने भी पूछताछ में ऐसे ही कुछ लोगों को नाम बताया है। जिसकी पुष्टी के बाद ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा शहर में पहुंच रही पिस्टल के लिए भी अलग टीम बनाकर कार्रवाई की बात कही है।