
हरेन्द्र बघेल रायपुर. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने अपनी न्यायोचित मांगों को लेकर विगत 25 दिनों से अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रही आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के सभी संगठन के संयुक्त मंच का पूर्ण समर्थन करते हुए सरकार से आंदोलनकारियों से सार्थक चर्चा की पहल कर इसके शीघ्र समाधान की मांग की ।
पार्टी ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने अपने चुनाव घोषणापत्र में आंगनवाड़ी बहनों को कलेक्टर दर पर पारिश्रमिक दिए जाने का एलान किया था. यही कारण था कि इन श्रमिकों ने उनकी मांगों पर तत्कालीन भाजपा सरकार की उपेक्षा के खिलाफ विधानसभा चुनाव में मुक्त हृदय से कांग्रेस का समर्थन किया । लेकिन सरकार बनने के 4 वर्ष बीत जाने और इस दौरान अनेक बार उनके द्वारा सरकार के हर स्तर पर अपनी गुहार पंहुचाने के बाद भी उनकी आवाज को अनसुना किया गया ।
यही कारण है कि उन्हें अंततः हड़ताल पर जाना पड़ा है । प्रदेश में पोषण आहार से लेकर राज्य सरकार की सभी योजनाओं के क्रियान्वयन और कुपोषण से लड़ने तथा करोना जैसी आपदा के समय भी अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की जान बचाने में उनके द्वारा निभाई गई भूमिका अतुलनीय है । यह विडंबना है कि इसके बाद भी उन्हें मानसेवी बताकर न्यूनतम वेतन के अधिकार से भी उन्हे वंचित रखा गया है ।
माकपा ने इस मामले में दमन के किसी कार्यवाही से बचने तथा राज्य सरकार से तत्काल सार्थक हस्तक्षेप कर उनकी न्यायोचित मांगों और अपने घोषणा पत्र में किए गए वादे पर अमल कर इस आंदोलन का समाधान करने की मांग की है ।