कोरबाछत्तीसगढ़

डायबिटीज, हाइपरटेंशन, मोटापा कंट्रोल करने में सुपरफ़ूड मिलेट्स कारगर : प्रो. अजय कुमार


सुख नन्दन पटेल कोरबा : शासकीय इंजीनियर विश्वेसरैया स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोरबा के होम साइंस डिपार्टमेंट के आयोजन व्यवस्था में 13 जनवरी को अम्बेडकर हॉल में ‘पोषण जागरूकता कार्यक्रम सह कार्यशाला’ का आयोजन किया गया । संस्था प्राचार्य डॉ.आर.के.सक्सेना के मार्गदर्शन में आयोजित इस पोषण जागरूकता कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य पौष्टिक खाद्य पदार्थों के उपयोग को बढ़ावा देना, उन खाद्य पदार्थों में उपस्थित सूक्ष्म पोषक तत्वों व पोषण मूल्य की जानकारी देना, साथ ही स्थानीय, मौसमी व स्वस्थ भोजन प्रथाएं अपनाने हेतु छात्र-छात्राओं व स्टॉफ में व्यक्तिगत कौशल विकसित करना व प्रेरित करना है।

कार्यशाला के मुख्य वक्ता पूर्णिमा सोनी सीनियर वेलनेस एंड लाइफ स्टाइल कोच एवं डायरेक्टर निदान कम्प्यूटर एजुकेशन रहीं। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि बदलते लाइफ स्टाइल, तनाव, खाद्य पदार्थों में पेस्टिसाइड का उपयोग, पर्यावरणीय प्रदूषण, गलत खानपान और पौष्टिक खाद्य पदार्थों में जागरूकता का अभाव व विज्ञापनों से प्रभावित डाइट की वजह से आज 90 प्रतिशत व्यक्ति कुछ न कुछ गैर संक्रामक बीमारियों से ग्रसित है । जिसमें डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, तनाव, एनीमिया, वेरिकोज वेन में दर्द, हाथ और पैर में सूजन, जोड़ों में दर्द, हेयर फॉल, डेंटल केरिज, कैंसर इत्यादि समस्याएं किसी भी उम्र के व्यक्ति में आ जा रही है । इन सब बीमारियों से बचने के लिए प्रातः 5 बजे जागरण, स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, पर्याप्त नींद, मानसिक विश्राम, सकारात्मक सोच, पोषण एवं स्वास्थ्य जागरूकता पर्याप्त पानी का सेवन व नशे और व्यसन से दूरी महत्वपूर्ण है । होम साइंस डिपार्टमेंट से प्रो.अजय कुमार पटेल ने बताया कि सुपरफूड मिलेट्स जिसमें कोदो, कुटकी, ज्वार, बाजरा, रागी, सांवा इत्यादि पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं ।

इसमें पाया जाने वाला पोटैशियम हार्ट और किडनी दोनों के लिए अच्छा माना जाता है । डाइटरी फाइबर ब्लड शुगर और हाइपरटेंशन को कंट्रोल करता है । साथ ही इसमें विटामिन ए, बी व आयरन प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं । मिलेट्स में टैनिन्स, फ्लेवोनाइड्स, एंथोसाइनिडिन्स, टैनिन्स भरपूर मात्रा में होता है। जो वजन कम करने में सहायक है । कार्यशाला के अंत में वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ साधना खरे ने पहला सुख निरोगी काया, दूसरा सुख जेब में हो माया बताते हुए पुरातन संस्कृति और परंपरा को याद दिलाते हुए स्वास्थ्य के महत्व को बताया। साथ ही उन्होंने होम साइंस डिपार्टमेंट के द्वारा चलाया जा रहे स्वास्थ्य एवं पोषण जागरूकता कार्यक्रमों की सराहना की ।

कार्यक्रम में महाविद्यालय से वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ अल्का श्रीवास्तव, डॉ आर.बी. शर्मा, डॉ एल.एन.कंवर, डॉ धनेश्वरी दुबे, डॉ पूर्णिमा साहू, डॉ रितु सिन्हा, प्रो अमोला कोर्राम, प्रो.बलराम कुर्रे, प्रो एस.के.अग्रवाल, प्रो आर.के.मौर्य, डॉ बी.एल.साय सहित अन्य विभागों के प्राध्यापकगण एवं स्टॉफ उपस्थित थे । कार्यक्रम को सफल बनाने में होम साइंस डिपार्टमेंट एवं बीएससी के छात्र-छात्राओं का विशेष योगदान रहा ।

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