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कांग्रेस नेता के ‘राष्ट्रपत्नी’ वाले बयान पर संसद में आमने-सामने हुईं रायबरेली और अमेठी की सांसद

28 जुलाई 2022 : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता सदन अधीर रंजन चौधरी द्वारा अपमानजनक टिप्पणी किए जाने के मामले में सदन में हंगामा हुआ. इन हंगामों के बीच यूपी के दो लोकसभा क्षेत्रों की सांसद चर्चा में बनी रहीं. हंगामें के बीच लोकसभा गुरुवार कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष और रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी और अमेठी से सांसद, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के बीच बहस का गवाह बना.

दरअसल, लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी समेत भारतीय जनता पार्टी (BJP) के तमाम सांसदों ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी से माफी की मांग की. इस दौरान स्मृति ईरानी ने कहा कि कांग्रेस, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अपमान कर रही है. केंद्रीय मंत्री ने सदन में मौजूद सोनिया गांधी की ओर संकेत हुए सख्त लहजे में कहा- सोनिया गांधी, आपने द्रौपदी मुर्मू के अपमान को मंजूरी दी.  सोनिया जी ने सर्वोच्च संवैधानिक पद पर महिला के अपमान को मंजूरी दी.

सूत्रों का दावा है कि यूपी की दोनों सांसदों के बीच लोकसभा सदन में भी बहस हुई. दावा किया गया कि सोनिया गांधी ने स्मृति ईरानी से कथित तौर पर कहा- मुझसे बात ना करें. सूत्रों ने आंखों देखी बताते हुए कहा- कार्यवाही स्थगित होने के बाद सोनिया गांधी रमा देवी के पास गईं. सोनिया ने रमा देवी से- आप लोग मेरा नाम क्यों ले रहे हो? सोनिया ने कहा- “आप हमारा नाम नहीं ले सकते.” सोनिया-रमा देवी की बातचीत के बीच में  स्मृति ईरानी आईं.

‘सख्त और तल्ख था सोनिया गांधी का लहजा’
सूत्रों के मुताबिक स्मृति ईरानी ने कहा- “आपका नाम किसी दूसरे ने नहीं मैंने लिए… मेरा कहना है कि आपको खुद माफी मांगना चाहिए.” सूत्रों के अनुसार सोनिया गांधी ने स्मृति ईरानी से कहा- “डोंट टॉक टू मी…” दावा किया गया कि सोनिया गांधी, स्मृति से जब बात कर ही थीं तो उस वक्त उनका लहजा बहुत तल्ख और सख्त था. इसके जवाब में स्मृति बोलीं- मैं क्यों चुप रहूं? इसके बाद सुप्रिया सुले समेत अन्य सांसदों ने बीच बचाव किया और सोनिया गांधी को साथ लेकर गईं.

इतना ही नहीं सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले एक प्रेस वार्ता में भी स्मृति ईरानी ने कांग्रेस और सोनिया गांधी पर निशाना साधा. अमेठी सांसद ने कहा- “कांग्रेस आज भी इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रही कि एक आदिवासी महिला इस देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद को सुशोभित कर रही हैं. सोनिया गांधी द्वारा नियुक्त नेता सदन अधीर रंजन ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्र की पत्नी के रूप में संबोधित किया.”

उन्होंने आरोप लगाया “जब से द्रौपदी मुर्मू का नाम राष्ट्रपति के उम्मीदवार के रूप में घोषित हुआ तब से ही द्रौपदी मुर्मू कांग्रेस पार्टी की घृणा और उपहास का शिकार बनीं। कांग्रेस पार्टी ने उन्हें कठपुतली कहा.”

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