किताबों से दोस्ती कर बढ़ाएं अपनी समझ का दायरा : प्रो.अजय कुमार

किताबों से दोस्ती कर बढ़ाएं अपनी समझ का दायरा : प्रो.अजय कुमार
कोरबा – शासकीय इं.वि.स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कोरबा के लाइब्रेरी डिपार्टमेंट और होम साइंस डिपार्टमेंट के संयुक्त तत्वावधान में विश्व पुस्तक दिवस पर लाइब्रेरी रीडिंग कक्ष में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित की गई। संस्था प्राचार्य डॉ.शिखा शर्मा के संरक्षण एवं निर्देशन व श्री दीपक सिंह टेकाम लाइब्रेरियन के आयोजन व्यवस्था में ‘अपने तरीके से पढ़ें’ थीम पर आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य सभी आयु वर्ग के लोगों को पुस्तकें पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना, जिससे साक्षरता और आजीवन सीखने की क्षमता में वृद्धि होती है, खासतौर पर बच्चों को अपनी शर्तों पर पढ़ने की खोज करने के लिए प्रोत्साहित करना है। विश्व पुस्तक दिवस छात्रों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह पढ़ने के आनंद का जश्न मनाता है और आजीवन सीखने को प्रोत्साहित करता है।
कार्यक्रम प्रो.अजय कुमार पटेल, कार्यक्रम अधिकारी, राष्ट्रीय सेवा योजना एवं सहायक प्राध्यापक होम साइंस डिपार्टमेंट ने कहा कि किताबें अतीत और भविष्य के बीच की कड़ी हैं, पीढ़ियों और संस्कृतियों के बीच एक सेतु हैं. किताबें, अपने सभी रूपों में, हमें सीखने और खुद को सजग रखने का मौका देती हैं। वे हमारा मनोरंजन भी करती हैं और हमें दुनिया को समझने में मदद करती हैं, साथ ही दूसरों से अलग होने का एक रास्ता दिखाती हैं। छात्र जीवन में ही आप अगर किताबें पढ़ने की आदत विकसित कर लेते हैं, तो अपने लिए एक सुंदर दुनिया का दरवाजा खोल सकते हैं। यह दिन व्यक्तिगत विकास के लिए पढ़ने के महत्व पर भी प्रकाश डालता है, जिसमें बेहतर संचार कौशल, शब्दावली विकास और बेहतर समझ शामिल है।
प्रो.कन्हैया सिंह कंवर, सहायक प्राध्यापक संस्कृत विभाग ने कहा कि ज्ञान, मनोरंजन और अनुभव की बात कहती ये किताबें यूं ही नहीं पूजी जातीं। इनके पन्नों पर जीवन का हर अर्थपूर्ण अनुभव सहेज लिया जाए ताकि आने वाला कल और भी सुंदर बन सके।
इस अवसर पर रीडिंग लाइब्रेरी में जाकर प्राध्यापक और छात्र-छात्राओं सभी ने मिलकर पुस्तक का अध्ययन किया एवं महत्व पर चर्चा की। छात्रों के बीच क्विज का आयोजन किया गया और रोचक कहानी और कविता के माध्यम से यादगार बनाया गया।