वन विभाग की लापरवाही, वनांचल में आग की तबाही छोटे-बड़े पौधे, हजारों की संख्या में आग के हवाले

वन विभाग की लापरवाही, वनांचल में आग की तबाही
ग्राम भानपुर, अर्जुनी परिक्षेत्र में चैन जेसीपी से वनों को खुले आम उखाड़ा गया, मैदान बनाया गया, कोई कार्रवाई नहीं हुई – युधिष्ठिर नायक
राजादेवरी, कुम्हारी, कोराडीह, सोनाखान, कसौंदी, नवागांव से कसडोल जाते तक पूरा जंगल जलकर खाक
छोटे-बड़े पौधे, हजारों की संख्या में आग के हवाले
यह एक लापरवाही मानी जाए या किसी की सोची समझी षड्यंत्र
अखबार में समाचार प्रकाशन हुआ, लिखित में अधिकारी कर्मचारियों का आवेदन दिया गया परंतु वन विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं
यह वन विभाग की लापरवाही है या स्थानीय प्रशासन जान बूझकर वनों को खत्म करना चाहती है – नायक
बिलाईगढ़ से शैलेन्द्र देवांगन की रिपोर्ट
बिलाईगढ़ । बिलाईगढ़ एवं कसडोल विकासखंड क्षेत्र के अंतर्गत पूरा वनांचल क्षेत्र, जो हरी-भरी वनों के नाम से जाना जाता था, वहां आज आग की तबाही मची हुई है, वन विभाग के कर्मचारी लापरवाही पूर्वक घूम रहे हैं, ना तो अधिकारी कर्मचारी को तकलीफ है और नहीं सरकार इस पर कोई कदम उठा रही है, दिन प्रतिदिन वनों की तबाही वनांचल में देखी जा रही है.
आज राजादेवरी, कुम्हारी, कोराडीह, सोनाखान, कसौंदी, नवागांव से कसडोल जाते तक पूरा जंगल जलकर खाक हो चुका है, छोटे-बड़े पौधे, हजारों की संख्या में जल चुकी है, इसे एक लापरवाही मानी जाए या किसी की सोच समझी षड्यंत्र, इसका जवाबदार कौन है, यह समझ से परे है।
इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सोनाखान के अध्यक्ष युधिष्ठिर नायक तत्काल उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया है.
नायक ने आगे बताते हुए कहा है कि इसके पूर्व ग्राम भानपुर, अर्जुनी परिक्षेत्र में चैन जेसीपी से वनों को खुले आम उखाड़ा गया, मैदान बनाया गया, कोई कार्रवाई नहीं हुई है, अखबार में समाचार प्रकाशन हुआ, लिखित में अधिकारी कर्मचारियों का आवेदन दिया गया परंतु वन विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई, यह वन विभाग की लापरवाही है, या स्थानीय प्रशासन जान बूझकर वनों को खत्म करना चाहती है, एक ओर पौधे लगाओ कहकर लाखों खर्च कर रही है वहीं दूसरी ओर जंगल जल रहा है, इससे स्पष्ट होता है कि सरकार वनों के प्रति उदासीन है ।
इस संबंध में परिक्षेत्र अधिकारी अर्जुनी रूपेंद्र साहू से संपर्क करने पर बताया की जंगल में आग लगी थी उसमें काबू पा लिया गया है।दो दो हेक्टेयर क्षेत्र में लगभग पांच सात जगह आग लगी थी ।जिनका सेटेलाइट के माध्यम से डिवीजन ऑफिस में सूचना मिलता है फिर हमें पता चलता है उसके बाद वन में लगी आग को बुझाया जाता है।