कोरबाछत्तीसगढ़

संतुलित पोषण आहार से ही उत्तम मानवीय जीवन की कल्पना – प्रो.अजय कुमार


(शासकीय महाविद्यालय जुन्नारदेव में ‘पोषण, आहार एवं मानवीय जीवन’ पर दो दिवसीय राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी के पहले दिन पोषण आहार पर विशेषज्ञों ने दिये व्याख्यान)
कोरबा : आज के आधुनिक दौर में व्यक्ति संतुलित पोषण एवं आहार से कोसों दूर होता जा रहा है। वर्तमान में व्यक्ति का खान-पान का स्तर लगातार गिरता जा रहा है, जिससे न तो प्रयुक्त मात्रा में उसे पोषण प्राप्त हो रहा है और न ही मानव का स्वास्थ्य उत्तम रह पा रहा है। ऐसे में यह राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी पोषण आहार एवं मानवीय जीवन समाज को एक नई दिशा प्रदान करेगी। संतुलित पोषण आहार से ही उत्तम मानवीय जीवन की कल्पना की जानी संभव है।

उक्ताशय के उद्गार विषय विशेषज्ञ एवं आमुख वकतव्य की आसंदी से शासकीय इंजीनियर विश्वेसरैया स्नातकोत्तर महाविद्यालय, कोरबा छत्तीसगढ़ के होम साइंस विभाग के सहायक प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष प्रो.अजय कुमार पटेल द्वारा व्यक्त किये गये । उन्होंने मानव की प्रतिदिन की दिनचर्या के आहारों से मिलने वाले प्रोटीन एवं विटामिन के संबंध में उपस्थित सभागार को पावर पाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से समझाईश दी। विशिष्ट अतिथि एवं अन्य विषय विशेषज्ञ रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर की बोर्ड ऑफ स्टडी की मेम्बर शासकीय एम.एच. कॉलेज ऑफ होम साइंस एण्ड सांइस फॉर बूमेन्स ऑटोनामस कॉलेज जबलपुर की प्राध्यापिका एवं विभागाध्यक्ष डॉ.आभा तिवारी ने मानव जीवन में मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव, खानपान, विभिन्न परिस्थितियों में सामंजस्य के बारे में बताया।

गोंदिया महाराष्ट्र से विषय विशेषज्ञ के रूप में आमंत्रित डॉ. आर.एस. लिल्हारे ने मानव जीवन पर खान-पान से पड़ने वाले प्रभाव के विषय में विस्तृत व्याख्यान दिये साथ ही महिलाओं पर एक सर्वे के अनुसार ब्लड प्रेशर एवं डायबिटीज की जानकारी एकत्रित कर विश्लेषण किया गया। मनोवैज्ञानिक एवं परामर्शदाता डॉ. पायल चौरसिया द्वारा मानवीय जीवन पर पोषण, आहार के अनुकूल और प्रतिकूल प्रभावों के विषय में व्याख्यान प्रस्तुत किये गये। शोध छात्रा रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर सिद्धि पांडे द्वारा छोटे बच्चों पर पिता के पारिवारिक प्रभावों का वर्णन विषय पर शोध पत्र का वाचन किया गया।

डॉ. माधुरी रामटेके, सहायक प्राध्यापक गृहविज्ञान जबलपुर ने महिलाओं के मेकअप को प्राकृतिक पद्धति से अपनाते हुए अपने आप को सुन्दर बनाने की बात कहीं। राष्ट्रीय सेमीनार की संयोजक डॉ. रीना मेश्राम द्वारा दो दिवसीय सेमीनार से संबंधित विभिन्न गतिविधियों से अवगत कराया गया। इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में नगरपालिका अध्यक्ष रमेश सालोड़े, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मधुवंतराव धुर्वे, तहसीलदार रेखा देशमुख, पार्षद एवं नगरपालिका अपील समिति के सदस्य संजय जैन, पूर्व पार्षद शरद कुरोलिया, देवेन्द्र टाण्डेकर उपस्थित रहे। महाविद्यालय स्टॉफ से प्राचार्य एवं संगोष्ठी संरक्षक डॉ. वाय. के. शर्मा, संगोष्ठी सचिव डॉ. संगीता वाशिंगटन, विश्व बैंक परियोजना प्रभारी प्रो. आर. डी. वाडिया, डॉ. पी. अजवानी, डॉ. ए.के. ताण्डेकर, प्रो. आर. के. चन्देल, डॉ. एस. के. शेण्डे उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रश्मि नागवंशी, डॉ. संगीता वाशिंगटन एवं प्रो. आर. डी. वाडिया द्वारा किया गया। रिपोंटियर के रूप में डॉ. सागर भनोत्रा में विशेष भूमिका निभाई।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button