
हरेंद्र बघेल रायपुर, : TI Surendra Swarnakar Suspended: छत्तीसगढ़ में इससे पहले किसी पुलिस के किसी भी बड़े अधिकारी की ऐसी विदाई आपने नहीं देखी होगी। दरअसल, डोंगरगढ़ टीआई सुरेंद्र स्वर्णकार का बिलासपुर ट्रांसफर हुआ है।
उनका सिंगल आर्डर निकला है। विदाई के दौरान सड़क को जाम कर पुलिस ने टीआई का जुलूस निकाल दिया। यहीं नहीं उन्हें कंधे पर बिठाकर पुलिसकर्मी नाचने लगे। बताते है कि पिछले 10 महीनों में टीआई ने क्षेत्र के लिए काफी काम किया। यही कारण है कि उन्हें इस तरह विदाई दी गई।
पहले जलवा अब सस्पेंशन
ट्रांसफर के बाद फिल्मी स्टाइल में रोड शो कर फेयरवेल लेने वाले TI की छुट्टी हो गई है। डोंगरगढ़ से बिलासपुर पहुंचते ही IG बीएन मीणा के कार्यालय से उन्हें सस्पेंशन लेटर थमा दिया गया। रविवार इंस्पेक्टर सुरेन्द्र स्वर्णकार का वर्दी पहनकर फिल्मी स्टाइल में रोड शो का वीडियो वायरल हुआ था।
जानकारी के मुताबिक अनुशासनहीनता मामले में ये कार्रवाई की गई है। बिलासपुर में अपनी पिछली पोस्टिंग के दौरान कोरोनाकाल में पेट्राेल पंप के कर्मचारी व एक छात्र को जमकर पीटने के मामले में भी वो विवादों में आए थे।
नियमों की भी उड़ी धज्जियां
विदाई तो ठीक है लेकिन इस दौरान नियमों की भी धज्जियां उड़ गई। टीआई सुरेंद्र स्वर्णकार जिस गाड़ी में मौजूद है उसका नंबर प्लेट आरटीओ के नियमों के विपरित लगा है। थाने के अंदर ढ़ोल नगाड़े बज रहे थे। वर्दी में स्टॉफ गाड़ी को धक्का लगा रहे थे।
विवादों से पुराना नाता:
बिलासपुर के तारबाहर थाना में टीआई रहने के दौरान उन्होंने लॉकडाउन में एक पेट्रोल पंप कर्मी की बड़ी बेरहमी से पिटाई की थी, जिसका सीसीटीवी वीडियो भी सोशल मीडिया में प्रसारित हुआ था। जिसके बाद उन्हें लाइन अटैच कर जांच बैठाई गई थी। पर आवेदक से समझौता कर टीआई स्वर्णकार ने किसी तरह मामले को रफा दफा करवा फिर से पोस्टिंग ले ली थी।
इसके बाद सरकार से जुड़े प्रभावशाली लोगों से दुर्व्यवहार के मामले में उनका बीजापुर तबादला किया गया था। तब भी अपने रसूख का इस्तेमाल कर तबादला आदेश रुकवा लिया। पिछले साल अप्रैल माह में टीआई की ट्रांसफर लिस्ट में उन्हें राजनांदगांव जिला भेजा गया था, जहां वे दस माह तक डोंगरगढ़ थाना प्रभारी थे।
ज्ञातव्य है कि बिलासपुर के सिविल लाइन थाना में पदस्थ रहने के दौरान तत्कालीन आईजी रतनलाल डांगी ने थाने का औचक निरीक्षण किया था तब भी गंभीर लापरवाही मिलने पर उन्हें आईजी ने लाइन अटैच कर दिया था।