UP में दुर्गा पंडाल में लगी आग, 5 की मौत:41 गंभीर; शंकर-काली की लीला का मंचन चल रहा था, तभी शॉट-सर्किट हो गया

उत्तर प्रदेश के भदोही में रविवार शाम को भीषण हादसा हो गया। यहां एक दुर्गा पंडाल में आग लगने से अब तक 5 लोगों की मौत हो गई। इनमें 3 बच्चे और 2 महिला शामिल हैं। वहीं 41 की हालत गंभीर है। इनके अलावा 11 लोग मामूली रूप झुलसे हैं। इन सभी को वाराणसी के BHU रेफर किया गया है। हादसा औराई क्षेत्र के नरथुआ में हुआ है। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त पंडाल में करीब डेढ़ सौ लोग मौजूद थे।
पुलिस के मुताबिक, आग उस समय लगी जब पंडाल में शंकर और काली मां के नाटक का मंचन चल रहा था। इससे अफरा-तफरी मच गई। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। भीड़ ज्यादा होने की वजह से लोग जब तक बाहर निकलते, उससे पहले आग की चपेट में आ गए। आसपास के लोगों ने किसी तरह से लोगों को बाहर निकाला। एक प्रत्यक्षदर्शी महिला बुद्धी ने बताया कि शॉर्ट-सर्किट की वजह से आग लगी। इसके बाद पूरे पंडाल में फैल गई।
दुर्गा पूजा की अनुमति ली गई थी। मगर, परिसर के आस-पास अग्निशमन विभाग की फायर ब्रिगेड नहीं खड़ी थी। 20 मिनट के बाद फायर ब्रिगेड की टीम मौके पहुंची। 2 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इसके बाद घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया।
बताया जा रहा है कि अंदर माता जी की गुफा जैसा पंडाल था। एक तरफ माता जी की मूर्ति लगी थी। प्रत्यक्षदर्शी विनय कहते हैं, शंकर और काली मां की लीला का मंचन हो रहा था। आरती का समय हो चला था। इसलिए पंडाल में 150 से 200 लोग मौजूद थे। अचानक आग लग जाती है। आग देखकर हम लोग दौड़कर पहुंचे। पर्दा खींचकर फाड़ दिए, ताकि लोग बाहर भाग सकें।
एक और महिला ने बताया, ‘पंडाल में बहुत तेजी से आग फैली थी। आग की लपटें ऊपर तक जा रही थीं। लोग खुद ही बचाव के लिए आ गए। पानी डालने लगे। किसी तरह लोगों को बचाया गया।’
जांच के लिए SIT बनी, 4 दिन में देगी रिपोर्ट
वाराणसी के ADG राम कुमार ने घटना की जांच के लिए 4 सदस्यीय SIT गठित की। टीम में भदोही के अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व ), अपर पुलिस अधीक्षक, एक्सईएन हाईडिल और फायर सेफ्टी ऑफिसर शामिल हैं। ये जांच टीम 4 दिन में अपनी रिपोर्ट देगी। DM गौरंग राठी ने कहा कि शॉर्ट सर्किट की वजह आग लगने की आशंका है।