
हरेन्द्र बघेल रायपुर। FIR lodged against Dr. Shahid Ali: छत्तीसगढ़ का कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय (Kushabhau Thakre Journalism University) आए दिनों विवादों से घिरा रहता है। कभी किसी छात्रा से छेड़छाड़ का मामला हो या कभी किसी शिक्षक पर फर्जी डिग्री का आरोप कोई ना कोई मामला यूनिवर्सिटी के साथ आए दिन सुर्खियों में रहता है।
FIR lodged against Dr. Shahid Ali: अब ऐसे में लंबे समय से पत्रकारिता विभाग के विभागाध्यक्ष रहे डॉ. शाहिद अली ( Dr. Shahid Ali) पर फर्जी दस्तावेज और डिग्री का आरोप लग रहा था, यह मामला फिर से तूल पकड़ चुका है और मामला थाने तक जा पहुंचा है। डॉ. शाहिद अली के खिलाफ थाने में 420 समेत कई धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज हुआ है।
कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय (KTU) के एसोसिएट प्रोफेसर शैलेंद्र खंडेलवाल ने डॉक्टर शाहिद अली के खिलाफ यह शिकायत की है। डॉक्टर शाहिद अली पर आरोप है कि वे कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय में कूटरचित और फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में नियुक्त हुए हैं। इस शिकायत पर मुजगहन थाने में धारा 420, 467, 468, 471, 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नियुक्ति का आरोप
शिकायत में कहा गया है कि डॉक्टर शाहिद अली ने फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र और दस्तावेजों का उपयोग करके विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर पद (Associate Professor Post) हासिल किया है। शिकायत में यह भी कहा गया है कि उनके दस्तावेजों के जारीकर्ता संस्थानों के साथ ही गुरु घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से मिले प्रमाण पत्र की असलियत की पुष्टि की जा सकती है। शिकायतकर्ता नहीं है दावा भी किया है कि वह सारे दस्तावेज उपलब्ध करा देंगे।
दो एसोसिएट प्रोफेसर की लड़ाई!
यह भी बात कोई नया नहीं है पिछले लंबे समय से दो एसोसिएट प्रोफेसर के बीच ही विवाद चलता रहा है। सूत्रों की माने तो विश्वविद्यालय में एक एसोसिएट प्रोफेसर से दूसरे एसोसिएट प्रोफेसर को जब पद दिया गया था तब भी इस तरह के विवाद देखने को मिले थे। हालांकि कुछ कर्मचारियों का कहना है कि लंबे समय से एसोसिएट प्रोफेसर शैलेंद्र खंडेलवाल और एसोसिएट प्रोफेसर शाहिद अली के बीच मनमुटाव चलता आ रहा है। जिसका खामियाजा विश्वविद्यालय को भुगतना पड़ता है।