
भानुप्रतापपुर उपचुनाव के लिए मतदान पूर्ण होने के बाद सभी EVM मशीनें स्ट्रॉन्ग रूम में सील बंद कर दी गई है। अब प्रशासन 8 दिसंबर को होने वाली मतगणना की तैयारियों में जुटा है।मतगणना का काम शासकीय पीजी कॉलेज में 8 दिसंबर की सुबह 8 बजे शुरू होगा और साढ़े 8 बजे से रुझान आने शुरू हो जाएंगे।
मतगणना के लिए कुल 14 टेबल लगाए गए हैं। 19 राउंड की काउंटिंग के बाद नतीजे साफ हो जाएंगे। उप निर्वाचन अधिकारी धनंजय नेताम ने बताया कि सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं। स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर थ्री लेयर की सुरक्षा-व्यवस्था की गई है। सोमवार को वोटिंग के बाद देर रात तक मतदान दलों की वापसी का सिलसिला जारी था। सभी 256 मतदान दलों के पहुंचने के बाद स्ट्रॉन्ग रूम को सील कर दिया गया है, जिसे अब 8 दिसंबर को सभी प्रत्याशियों के अभिकर्ताओं की मौजूदगी में खोला जाएगा और फिर मतगणना शुरू होगी।
नक्सलगढ़ में भी शांतिपूर्ण तरीके से हुआ मतदान
5 दिसंबर को भानुप्रतापपुर विधानसभा के नक्सल प्रभावित इलाकों में भी मतदान शान्तिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ। इस चुनाव किसी तरह की अप्रिय घटना की खबर नही आई, जो कि पुलिस और सुरक्षाबल के जवानो के लिए बेहद सुकून भरा रहा। चप्पे-चप्पे पर तैनात जवानों ने नक्सलियों को इस उपचुनाव में पूरी तरह से बैकफुट पर रखा।
भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव में 71.74 फीसदी वोटिंग दर्ज हुई। इस बार वोटिंग में पुरुषों से ज्यादा महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उपचुनाव में 70,701 महिलाओं ने वोटिंग की है, जबकि 69,782 पुरुषों ने मतदान किया है। प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो चुकी है। 256 पोलिंग बूथ में करीब 1 लाख 95 हजार 822 मतदाताओं ने मतदान में भाग लिया। अति संवेदनशील इलाके में स्थित 17 मतदान केंद्रों में एक-एक वोट डलवाना बड़ी चुनौती थी। नक्सल इलाका होने की वजह से लगभग 6 हजार से ज्यादा जवानों की तैनाती की गई थी। मतदान दोपहर 3 बजे तक खत्म हो गया। मशीन में खराबी के चलते जेपरा, लखनपुरी और जाड़ेकुर्से में आधे घंटे देरी से मतदान शुरू हुआ था।