
कांकेर। छत्तीसगढ़ पंचायत सचिव संघ के प्रांतीय आह्वान पर दुर्गुकोंदल ब्लॉक सचिव संघ 16 मार्च (38 दिन) से काम बंद-कलम बंद हड़ताल पर हैं। पंचायत सचिव की एक ही मांग है परीक्षा अवधि के बाद शासकीयकरण किया जाए।
बता दें कि पंचायत सचिव विगत 27 वर्षों से पंचायत में कार्यरत हैं, जिसे आज तक शासकीयकरण नहीं किया गया है। पंचायत सचिवों ने कहा कि, 2021 में हडताल के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा दिसंबर 2021 तक शासकीयकरण करने की बात कही गई, उसके बाद बार-बार सचिव संघ मिलने गए फिर भी नए-नए समय दिया गया। 6 मार्च को बजट में सचिवों के लिए कोई पहल नहीं किए जाने के कारण सचिव संघ हड़ताल का राह अपनाए हुए है।
कई प्रकार से सरकार का कर चुके है ध्यान आकर्षित
इस हड़ताल अवधि में दुर्गा अष्टमी को हड़ताल स्थल पर ही हवन यज्ञ किया गया। श्री हनुमान जन्मोत्सव को सुंदरकांड पाठ और श्री हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। इसी कड़ी में 24 अप्रैल से क्रमिक भूख हड़ताल किया जाएगा।
उग्र आंदोलन की चेतावनी
सचिव संघ दुर्गुकोंडल ने बताया कि अगर सरकार हमारी मांगें नहीं मानी तो और भी उग्र आंदोलन किया जाएगा। शुक्रवार को 38वें दिन हड़ताल स्थल सचिव संघ के ब्लॉक अध्यक्ष कृपाराम बघेल उपाध्यक्ष रामप्रसाद दुग्गा संरक्षक शिव प्रसाद मरेगी ने बताया है कि शासकीय करण की मांग को लेकर पंचायत सचिवों का आंदोलन क्रम जारी है इसी कड़ी में 24 अप्रैल से क्रमिक भूख हड़ताल पर सचिव संघ दुर्गुकोंडल के द्वारा अलग-अलग दिन सचिवों का क्रमिक भूख हड़ताल जारी रहेगा जिसमें 24 अप्रैल को सुरेश कुमार गावड़े जीतेंद्र हास सूरज नरेटी जैन चुरेंद्र विसाहू राम चुरेद रामलाल गावडे मनबहाल सोनवानी भूख हड़ताल पर रहेंगे जिसकी सूचना प्रशासन को दी गई।