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2000 के नोट बंद पर CM भूपेश ने RBI से पूछा सवालः बोले- छापने में 1600-1700 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं

हरेन्द्र बघेल रायपुर। भारतीय रिजर्व बैंक ने 2000 रुपए के नोट को वापस लेने का फैसला लिया है। इस पर अब नेताओं के बयान सामने आने लगे है और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साध रहे है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इस पर बयान दिया है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, RBI से हम पूछना चाहेंगे कि आपने 2000 का नोट बंद क्यों किया? कारण क्या है? आप अपने ही फैसले को 7 साल बाद बदल दे रहे हैं…नोट छापने में 1600-1700 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। ये देश के करदाताओं का पैसा है.

अब नहीं छपेगी 2000 के नोट

बता दें कि, भारतीय रिजर्व बैंक ने बड़ा फैसला लेते हुए 2000 रुपये के नोट को वापस लेने का फैसला लिया है. आगे अब 2000 रुपये के नोट छापी नहीं जाएगी. नोट को वापस लेने के साथ ही भारतीय रिजर्व बैंक ने देशभर के बैंकों को सलाह दी है कि 2000 रुपये के मूल्य के नोट को तत्काल प्रभाव से जारी करना बंद कर दिया जाए. ‘क्लीन नोट पॉलिसी’ के तहत रिजर्व बैंक ने ये फैसला लिया है.

आपके पास है 2000 के नोट तो क्या करें?

अगर आपके पास 2000 रुपये के नोट हैं तो यह नोट अब भी वैध है। हालांकि, रिजर्व बैंक के फैसले के लागू होने के बाद आप बैंक या एटीएम से 2000 रुपये के नए नोट नहीं निकाल सकेंगे। आपको 2000 रुपये के नोट भी बैंक से बदलने पड़ेंगे। इसके लिए रिजर्व बैंक ने 30 सितंबर तक की डेडलाइन दी है। इसके बाद क्या होगा, अभी आरबीआई ने कुछ नहीं कहा है।

23 मई से शुरू होगी नोट बदलने की प्रक्रिया

लोग दो हजार रुपये के नोट बैंक खातों में जमा करा सकेंगे या फिर उन्हें अन्य मूल्य के नोटों के साथ किसी भी बैंक शाखा में जाकर एक्सचेंज करा सकेंगे। लोगों को यह ध्यान रखना होगा कि एक बार में अधिकतम 20 हजार रुपये मूल्य के नोट बदलवाए जाए सकेंगे। यह प्रक्रिया 23 मई से शुरू होगी और 30 सितंबर 2023 को खत्म होगी।

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