
मुंगेली नगर पालिका अध्यक्ष हेमेंद्र गोस्वामी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। वजह है उनका जाति प्रमाण पत्र, जिसे बीजेपी नेताओं ने फर्जी बताया है और कलेक्टर से शिकायत की है। शुक्रवार को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के नेतृत्व में बड़ी संख्या में बीजेपी नेता कलेक्ट्रेट पहुंचे। साव ने हेमेंद्र का प्रमाण पत्र निरस्त करने और उनके खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है।
दरअसल, 10 महीने पहले हुए उपचुनाव में हेमेंद्र मुंगेली नगर पालिका के अध्यक्ष बने थे। इसके पहले यहां बीजेपी के संतूलाल सोनकर अध्यक्ष थे। मगर उन पर 13 लाख रुपए से ज्यादा का भ्रष्टाचार करने का आरोप लगा था। जिसके बाद उन्हें जेल जाना पड़ा और उन्हें अध्यक्ष पद से भी बर्खास्त कर दिया गया था।
बाद में जब चुनाव हुुए तो हेमेंद्र ने यहां जीत दर्ज की थी। लेकिन अब बीजेपी ने उनकी जाति प्रमाण पत्र को मुद्दा बना लिया है। अरुण साव के साथ पूर्व मंत्री पुन्नूलाल मोहले, पूर्व विधायक तोखन साहू समेत तमाम नेता शुक्रवार को कलेक्टर पहुंचे और ज्ञापन सौंपा गया। बीजेपी नेताओं ने जो आरोप लगाया है। उसमें ये कहा गया है कि हेमेंद्र ने 2019 के चुनाव में जो जाति प्रमाण पत्र शपथपत्र के जरिए पेश किया है, वह फर्जी है।
आरोप लगाया गया है कि गोस्वामी सामान्य वर्ग से आते हैं। फिर भी उन्होंने प्रमाण पत्र पिछड़ा वर्ग का पेश किया है और पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित सीट से चुनाव जीता है। इतना ही नहीं सौंपे गए ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया है कि हेमेंद्र मूल रूप से बेमेतरा के रहने वाले हैं। इस वजह से बीजेपी नेताओं ने उन्हें पद से हटाने और उनका प्रमाण पत्र निरस्त करने की मांग की है। बीजेपी नेताओं ने कहा है कि ऐसा अगर जल्द नहीं होगा तो वे बड़ा आंदोलन भी करेंगे।