सावन के माह मे वर्षा जीरो, कम वर्षा ने बढ़ाई किसानों की चिंता…
वर्षा को लेकर मौसम विभाग एवं ज्योतिषी के भविष्यवाणी हुआ फैल…
छत्तीसगढ़ : छत्तीसगढ़ के अधिकांश जिलों एवं ब्लाकों मे बरसात ने इस वर्ष किसानों की चिंता बढ़ा दी है। फसल बीज लगने से लेकर फसल के बढ़ने तक वर्षा की कमी को लेकर किसान भारी चिंतित हैं। जो क्षेत्र सिचिंत क्षेत्र नहीं हैं वहां के किसान सबसे अधिक चिंता करते नजर आ रहे है। कई गाँव एवं तहसील मे खेत के फसल बिना पानी(वर्षा) के नष्ट होने के कगार मे है तो कई जगह किसानों ने आश लगाना छोड़ दिए हैं और खाने कमाने मजदूरी हेतु बाहर जाने हेतु विवस हैं व पलायन कर रहे हैं।
वहीं मौषम विभाग एवं ज्योतिषी के भविष्यवाणी भी सच होते दिखाई नहीं दे रहे है। किसानों ने एक आशा सावन महीने का रखें थे लेकिन 3 सावन सोमवार भी गुजर जाने से किसानों की चिंता सता रहे हैं. इधर कोरोना की मार से अभी थमे नहीं और अब अकाल की समस्या सामने नजर आ रहे हैं। कम वर्षा से तालाब, बांधा आदि भी भरे नहीं है जिससे थोड़ा बहुत सिंचाई किया जा सके। नहर वाले क्षेत्र मे किसानों को थोड़ी बहुत राहत मिल सकता है। पिछले बरसात ने जैसे तैसे करके फसल को बचाये रखा जिससे निंदाई, ब्यासी व खाद डालने का कार्य तो हो चूका है लेकिन लम्बे समय फिर बरसात न होना फसल के लिए नुकसान शाबित हो सकता है फिर भी इस माह और इस सप्ताह तक भोले नाथ ऊपर आस्था लगाए हुए हैं।
वहीं बलौदाबाजार जिले के सबसे बड़े तहसील बिलाईगढ़ मे लगभग 211 गाँव आते है और 3 नगर पंचायत है जहाँ बहुत ही कम वर्षा होने से किसानों की चिंता बढ़ गई है और 50 प्रतिशत से अधिक गाँव वर्षा पर निर्भर हैं।