
होम साइंस डिपार्टमेंट पीजी कॉलेज कोरबा में मिलेट्स की प्रदर्शनी
कोरबा / सुखनंदन कश्यप – शासकीय इंजी. विश्वेसरैया स्नातकोत्तर महाविद्यालय के होम साइंस डिपार्टमेंट एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के आयोजन में संस्था परिसर में मोटे अनाज मिलेट्स की प्रदर्शनी लगाई गई। छत्तीसगढ़ आईडीए चैप्टर, नेटप्रोफेन और राष्ट्रीय पोषण संस्थान हैदराबाद के निर्देशन में पोषण माह सितंबर के अंतर्गत ‘समृद्ध परंपरा, सम्पूर्ण पोषण’ विषय पर अंतराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 के पोषण जागरूकता क्रम में संस्था प्राचार्य डॉ.साधना खरे के मार्गदर्शन में छात्र-छात्राओं को मिलेट्स के बारे में जागरूक करने, मिलेट्स को पहचानने, मिलेट्स से होने वाले फायदे, पोषण मूल्य, उनके पैदावार एवं मिलेट्स से बनने वाले स्थानीय छत्तीसगढ़ी व्यंजन के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से प्रदर्शनी लगाई गई। जिसमें प्रमुख रूप से मक्का, जौ, कोदो, कंगनी, बाजरा, ज्वार, बर्री, फाफरगिरी, कुटकी, शमा, हरी कंगनी, रागी सहित चावल की विभिन्न वेराइटी शामिल है।
होम साइंस डिपार्टमेंट के विभागाध्यक्ष प्रो.अजय कुमार पटेल ने बताया कि कोरोना के बाद मोटे अनाज इम्युनिटी बूस्टर के रूप में प्रतिष्ठित हुआ है। इन्हें सुपरफूड कहा जाने लगा है। मिलेट्स में कैल्शियम, आयरन, जिंक, फास्फोरस, मैंग्नीशियम, पोटेशियम, फाइबर, विटामिन-बी-6, 3, कैरोटीन, लेसिथिन आदि तत्व होते हैं, जो एसिडिटी दूर करने में, मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया को ठीक रखने में, टाइप-1 और टाइप-2 डायबिटीज को रोकने में सक्षम है।
इसी तरह अस्थमा एवं श्वास संबंधी रोग, थायराइड, यूरिक एसिड, किडनी, लिवर, लिपिड रोग और अग्नाशय से संबंधित रोगों, बालों से संबंधित समस्याओं में लाभदायक है। इसमें पर्याप्त एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं जो शरीर में फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करता है तथा एंटीएजिंग प्रॉपर्टी के कारण त्वचा को जवां रखने में मदद करता है । साथ ही मिलेट शरीर को डीटॉक्सीफाई करते हैं, क्योंकि इसमें क्वेरसेटिन, करक्यूमिन, इलैजिक एसिड, कैटिंस जैसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। पोषण माह के तहत आने वाले दिनों में ईंट राइट मिलेट्स, पोषण रैली, मिलेट्स व्यंजन प्रतियोगिता, पोस्टर, रंगोली, क्वीज, सेमिनार इत्यादि जागरूकता गतिविधियों से छात्रों एवं आमजन को जागरूक एवं प्रेरित किया जाएगा ।
मिलेट्स प्रदर्शनी एवं जागरूकता गतिविधि को सफल बनाने में प्रो.अल्का श्रीवास्तव, डॉ.बी.एल.साय, डॉ.संदीप शुक्ला, डॉ.अवंतिका कौशिल, प्रो.शुभम ढोरिया, प्रो.मधु कंवर सहित एनएसएस और होम साइंस डिपार्टमेंट से निखिल साहू, हर्ष, हुमांशु, विनय, अरबाज़ खान, पिंकी प्रजापति, शुभांगी साव, रानी साव, पायल महंत, रूपा, त्रिशा इत्यादि का सराहनीय एवं महत्वपूर्ण योगदान रहा ।