

बता दें कि तेलंगाना के एक एग्लासपुर जिले पेदापली मंडल का रहने वाला और छात्र जीवन में पढ़ाई के साथ ही माओवादी विचारधारा से जुड़ गया था। पीपुल्स वार ग्रुप में सक्रिय रहने के दौरान उड़ीसा, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों में भी राजी ने काम किया था।
राजी नक्सल संगठन में केंद्रीय कमेटी और पोलितब्यूरो का लंबे समय से सदस्य होने के साथ अर्बन वार फेयर में विशेष तौर पर प्रशिक्षित माना जाता था. माओवादी संगठन को कई स्तर पर खड़े करने के साथ-साथ पिछले 5 सालों से अबूझमाड़ के बीजापुर महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से लगे इलाके में सक्रिय था। बीते 4 सालों में माओवादियों के 5 बड़े नक्सलियों की मौत हो चुकी है। जिन पर 50 लाख रुपए से अधिक का इनाम है। माओवादियों के शीर्ष नेतृत्व की एक के बाद एक हो रही मौत से संगठन को बड़ा झटका लगा है।