अन्न दान का महापर्व छेरछेरा को छत्तीसगढ़ में धूमधाम से मनाया गया, मरार समाज द्वारा जरूरत मंद लोगों को किया सब्जी एवम् फल वितरण

अन्न दान का महापर्व छेरछेरा को छत्तीसगढ़ में धूमधाम से मनाया गया
मरार पटेल समाज के द्वारा इस पर्व को शाकंभरी जयंती समारोह के रूप में मनाते हुए जरूरत मंद एवम् सिं दुखियों को किया सब्जी एवम् फल वितरण
छत्तीसगढ़ के अधिकांश जगहों पर बाइक रैली, भव्य कलश यात्रा, डीजे एवम् भव्य शोभा यात्रा के साथ मनाया गया शाकंभरी जयंती समारोह
लईका मन बोलिस छेरछेरा, सियान मन बजाईस बाजा,अऊ नवयुवक मन करिस डंडा नाच
By Admin, प्रज्ञा 24 न्यूज छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ – छत्तीसगढ़ में यह पर्व खासकर ग्रामीण अंचलों में नए फसल के खलिहान से घर आ जाने के बाद पौष पूर्णिमा के दिन छेरछेरा का पर्व मनाया जाता है, वहीं गुरुवार को सुबह से ही प्रदेश में पर्व को लेकर बच्चो, युवा और महिलाओं में खासा उत्साह नजर आ रहा था, यह उत्सव कृषि प्रधान संस्कृति में दानशीलता की परंपरा को याद दिलाता है, बता दें कि इस दिन, छेरछेरा माई कोठी के धान ला हेर-हेरा बोलते हुए गांव के बच्चे, युवा और महिला संगठन खलिहान और घर-घर जाकर दान स्वरूप अनाज इकट्ठा करते हैं, इस पर्व में अन्न दान की परंपरा का निर्वहन किया जाता है, छत्तीसगढ़ का लोक पर्व छेरछेरा दुनिया का एकमात्र ऐसा पर्व है, यहां अमीर गरीब सभी दान मांगने एवं दान देने का कार्य करते हैं, इस दिन घरों में अन्य प्रकार के व्यंजन बनाए जाते हैं।
इस पर्व को मरार पटेल समाज के लोग बड़े धूम धन से मनाते हैं। इस पर्व मे मरार समाज के स्वजातीय सदस्यों द्वारा इष्ट देवी मां शाकंभरी देवी के जयंती के रूप में मनाते है। छत्तीसगढ़ के प्रत्येक जिले के ग्रामीण क्षेत्रो सहित नगर एवम् शहरी क्षेत्रों में भी शाकंभरी महोत्सव मनाया गया।
कहीं पर बाइक रैली तो कहीं पर डीजे, कीर्तन, बैंड बाजे तो कहीं पर भव्य कलश एवम् शोभा यात्रा के साथ उस पर्व को मनाया गया। अधिकांश जगहों पर जरूरतमंद लोगों एवम् दिन दुखियो को सब्जियों एवम् फलों का निः शुल्क वितरण करके इस पर्व को यादगार बनाया।