
हरेन्द्र बघेल रायपुर : वेतन विसंगती को दूर करने की मांग को लेकर प्रदेशभर के सहायक शिक्षक एक बार फिर से सड़क पर उतरे। प्रदेशभर से शिक्षक पहले राजधानी रायपुर के बूढ़ातालाब धरना स्थल पर जुटे, और फिर विधानसभा घेराव करने रैली की शक्ल में निकले। हालांकि सप्रे शाला स्कूल के सामने पुलिस ने बैरिकेटिंग की हुई थी।
चार साल से लड़ रहे वेतन विसंगती के लिए शिक्षक
सहायक शिक्षकों ने आगे बढ़ने की भी कोशिश की, लेकिन पुलिस ने बलपूर्वक उन्हें वहीं रोक दिया। इसके बाद सहायक शिक्षक अपनी मांग का ज्ञापन सौंपकर वापस लौट गए। सहायक शिक्षकों ने आरोप लगाया कि उनके आंदोलन को कमजोर करने के लिए पुलिस और प्रशासन का इस्तेमाल किया गया।
हर जिले और ब्लॉक में सहायक शिक्षकों को रोका गया। उनके नेताओं को पुलिस थानों और चौकी में बिठाया गया। उन्होंने कहा कि चार सालों से सहायक शिक्षक वेतन विसंगति के अन्याय के खिलाफ लड़ रहे हैं।
2018 के आंदोलन में तब भूपेश बघेल ने भी उनका समर्थन किया था, लेकिन सरकार बनने के चार साल बाद तक कोई घोषणा नहीं की गई है। सहायक शिक्षकों ने कहा कि उनकी मांग नहीं सुनी गई तो इसी महीने जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन होगा, और अगले महीने से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर सभी शिक्षक जाएंगे।