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एक रफ़्तार ट्रेलर ने एक मवेशी को मारी ठोकर, 5 दिन से रोड किनारे तड़पते हुए मवेशी का न. प. कर्मचारियों कराया ईलाज,किसान लावारिस मवेशियों को लेकर हो रहें हैं परेशान, राहगीर हो रहे हैं दुर्घटना का शिकार, 

एक रफ़्तार ट्रेलर ने एक मवेशी को मारी ठोकर, 5 दिन से रोड किनारे तड़पते हुए मवेशी का न. प. कर्मचारियों कराया ईलाज

किसान लावारिस मवेशियों को लेकर हो रहें हैं परेशान, गोठान में कम रोड में ज्यादा दिख रहें हैं मवेशी, राहगीर हो रहे हैं दुर्घटना का शिकार,

बलौदाबाजार – नगर पंचायत भटगांव के प्रगति नगर रोड बी एस पी कार्यालय के सामने 05 अगस्त 2022 को लगभग दोपहर 1.45 बजे एक अज्ञात रफ़्तार ट्रेलर वाहन ने एक लावारिस मवेशी को अपने चपेट में ले लिया. जिससे उसके कमर और पैर में चोट लग गई. जिससे रोड के किनारे ही वह मवेशी पड़ा हुआ था न ही उसे कोई देखने वाला था नहीं कोई उसका इलाज कराने वाला है.

जबकि नगर के अध्यक्ष एवं पार्षद सहित पुलिस प्रशासन वहां से प्रतिदिन गुजर रहे थे . लेकिन उस पीड़ित मवेशी पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा था. न ही कोई संगठन उनके ईलाज के लिये आगे आया.

वहीं इसकी सुचना एवं cctv फूटेज मिलते ही अमृत सन्देश रिपोर्टर एवं प्रज्ञा 24 न्यूज़ के एडिटर के. पी. पटेल ने इस खबर को नगर पंचायत तक सफाई दरोगा बबलू बिसेन तक पहुंचाया जहाँ वह अपनी सूझ बुझ दिखाते हुए और सभी कर्मचारी मानवता का परिचय देते हुए उस पीड़ित मवेशी का ईलाज कराया तथा उन्हें बाहर में पानी से बचाने हेतु वाहन से उठाकर सुरक्षित स्थान में रखकर पुनः ईलाज करवाते हुए चारे की व्यवस्था किये.जहाँ सफाई दरोगा सहित सभी कर्मचारी बधाई के पात्र हैं.

राहगीर हो रहे हैं दुर्घटना का शिकार, नगरीय एवं पुलिस प्रशासन करें उचित व्यवस्था…

आपको बता दें कि शासन प्रशासन मवेशियों के रख रखाव के लिये  अभी तक कोई ठोस इंतजाम नहीं किए हैं जिसके कारण अधिकांश मवेशी किसान के फसल को नुकसान कर देते हैँ उसके बाद रोड में आकर सड़क जाम कर देते हैं. जिससे आये दिन राहगीरों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है और दुर्घटना होते रहता है. रात के अंधेरे में अपर ड़ीपर का उपयोग नहीं करने से छोटे वाहन के साथ मवेशी भी चपेट में आ जाते हैं यदि मवेशियों में रेडियम लगा दिये जाये तो रात को होने वाले दुर्घटना से निजात पाया जा सकता है तथा रफ़्तार वाहनों के खिलाफ पुलिस प्रशासन को ठोस कार्यवाही करना जरुरी है जिससे दिन को होने वाले दुर्घटना कम हो सके.

दुर्घटना होती है तो अक्सर मनुष्य तो अस्पताल पहुंच जाते है लेकिन मवेशियों को अस्पताल या ईलाज कराने वाला वहां नजर नहीं आते और बेज़ुबान जानवर तड़प तड़प कर अपनी जान गवां देते हैँ या हाथ पैर खो देते हैं.

किसान लावारिस मवेशियों को लेकर हो रहें हैं परेशान, गोठान में कम रोड में ज्यादा दिख रहें हैं मवेशी –

आखिर शासन प्रशासन इस समस्या को पूर्ण निदान पाने के लिये क्या कर रही है. केवल गोठान बनाने से समस्या का हल पूर्ण से नहीं हुआ, आज देखेंगे कि अधिकांश गोठानो में मवेशी कम बाहर या रोड में अधिक मिलेंगे. अब भटगांव में अधिकांश किसानों से गोबर खरीदना भी बंद हो चूका है.

अब खबर प्रकाशन के बाद देखना लाजमी होगा कि शासन प्रशासन लावारिस मवेशियों के रख रखाव एवं किसानों के फसल की नुकसान से बचाने के लिये कब तक उचित व्यवस्था करते हैं.

इस खबर की cctv फूटेज एवं देखने के लिये निचे लिंक को क्लिक करें –

https://youtu.be/s2Tp7FwYvTY

 

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