सारंगढ़ के पुष्प वाटिका में विश्व आदिवासी दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।

विश्व आदिवासी दिवस सारंगढ़
सारंगढ़ के पुष्प वाटिका में विश्व आदिवासी दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
विश्व आदिवासी दिवस पर सारंगढ़ गोंडवाना भवन प्रतापगंज से निकली विशाल रैली सभी आदिवासी रैली मे हुए शामिल होकर एकता का परिचय दिया
सज धज कर आतिशबाजी करते हुए प्रतापगणज से नगरपालिका चौक होते हुए बस स्टेशन, तुर्की तालाब, जयस्तंभ चौक, भारत माता चौक से पुष्प वाटिका तक भव्य रैली निकाली। ग्रामीण से आए सभी मां बहन बेटी, भाई भैया ,बुजुर्ग और बस्तर से आए हमारे आदिवासी भाई बहन और सारंगढ़ ब्लॉक इकाई के अध्यक्ष श्री टी . पी. तिर्की सर जी के टीम के द्वारा आदिवासी वेशभूषा में आदिवासी नृत्य और हमारे आदिवासी बच्चों के द्वारा नृत्य कर आदिवासी दिवस का कार्यक्रम को सफल बनाने में पूर्ण भूमिका रही ,हाथों में तीर कमान लिए थिरकते हमारे आदिवासी भाई लोग भी पीछे नहीं रहे ।
कार्यक्रम में उपस्थित सर्व श्री जय सिंह ओटी जी, श्रीमती सुजाता जी, श्रीमती शिवकुमारी चौहान जी,श्री अविनाश सिदार जी , श्री रामनाथ सिधार जी,श्री जुवेल मिंज जी श्री भगत राम नेताम जी, श्री कमल सिंह जी,श्री टी . पी. तिर्की जी, हमारे सारंगढ़ राज परिवार से आए स सम्मानित सहित भारी संख्या में सर्व आदिवासी समाज और बिलाईगढ से आए हमारे कर्मचारी संघ से श्री खोलबहरा सिधार जी, श्री युधिष्ठिर राज जी, जी, श्री श्रवण सिंह नेताम जी, श्री रवि सिदार, जी श्री लक्ष्मण सिंह सिदार जी, योगेश ठाकुर संजय सिदार संतन राज रोहित सिदार और भी सभी। पदाधिकारी उपस्थित थे।
बुढा़ देव की पूजा अर्चना कर कार्यक्रम को आगे गति देते हुए सभी अतिथियों का फूल माला एवं बेच पहना कर गमछा भेंट करते हुए अतिथियों का स्वागत कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम स्थल में बस्तर से आए हमारे आदिवासी नृत्य, बच्चों के द्वारा भी आदिवासी नृत्य प्रस्तुत किया गया। मंच का संचालन श्री राजेश सिदार जी , श्री मुन्नालाल सिदार जी, कार्यक्रम के साथ भोजन व्यवस्था में श्री शिव राठिया जी, श्री शैलेन्द्र भूमिजन जी, और भी कर्मचारी साथी के साथ कार्यक्रम के पूर्ण सहयोग हेतु आदिवासी समाज से श्री शरद सिदार जी, श्री राजकुमार जगत जी, श्री अर्जुन लाल उरांव जी, श्री रोहित सिदार जी, श्री वृद्धि चंद तिर्की जी, श्री सुरेंद्र सिदार जी, श्री कौशल राठिया जी, श्री सुरेंद्र सिंह नेताम जी, श्री सम्मे सिदार जी, श्री रामकुमार कत्थकर जी, श्री विनोद सिदार जी, श्री नित्यानंद भोई जी, श्री दारा सिंह बरिहा जी, श्री और भी उदेराम राज जी, श्री दर्शन जी,श्री समय सिंह जी, श्री मीनू जी, श्री यशवंतजी, श्री अमरसाय खलखो जी, श्री मोहन सिंह नेताम जी, श्री मकर जी,श्री पवन जी,श्रीमंगल जी, श्री मंगलुजी, श्री कुमार जी,श्री बलभद्र जी, और भी आदिवासी साथी और कर्मचारी साथी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।