नैक टीम बेंगलुरु ने बरपाली कॉलेज का किया निरीक्षण…

नैक टीम बेंगलुरु ने बरपाली कॉलेज का किया निरीक्षण…
सुखनन्दन कश्यप / प्रज्ञा 24 न्यूज़ / 06 अप्रैल 2022
बरपाली (कोरबा) : राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद नैक बेंगलुरू की पियर टीम ने 4 एवं 5 अप्रैल को जिले के दूरस्थ आदिवासी अंचल में स्थित शासकीय महाविद्यालय बरपाली का निरीक्षण किया। बरपाली कॉलेज की स्थापना जून 2010 में 68 विद्यार्थियों के प्रवेश के साथ हुई थी और आज 1069 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। महाविद्यालय सत्र 2014-15 में नवीन भवन में शिफ्ट हुई और मात्र 6 वर्ष में नैक ग्रेडिंग करा लिया यह बहुत बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
टीम ने महाविद्यालय की अधोसंरचना और उपलब्ध सुविधाओं की सराहना की। दो दिवसीय प्रवास के लिए आई नैक टीम के प्रमुख डॉ नंद कुमार यादव पूर्व कुलपति केंद्रीय विश्वविद्यालय झारखंड भागलपुर, डॉ बी एच सुरेश पूर्व प्राध्यापक मैसूर विश्वविद्यालय मैसूर, डॉ शीना जार्ज प्राचार्य सेंट जोसेफ महिला कॉलेज कोच्चि, केरल शामिल थे। महाविद्यालय के नैक मूल्यांकन एवं प्रत्यायन प्रक्रिया के अंतर्गत टीम ने महाविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता एवं अधोसंरचना और छात्र छात्राओं हेतु उपलब्ध भौतिक सुविधाओं का सूक्ष्मता से निरीक्षण किया। नैक पियर टीम के सदस्यों के दो दिवसीय प्रवास के दौरान प्रथम दिवस महाविद्यालय आगमन पर प्रभारी प्राचार्य डॉ अम्बिका प्रसाद वर्मा ने महाविद्यालय प्राध्यापकों सहित छात्र-छात्राओं के साथ आत्मीय स्वागत किया। नैक की टीम ने महाविद्यालय के समस्त शैक्षणिक एवं गैरशैक्षणिक गतिविधियों की पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन देखी। इसके बाद सभी विभागाध्यक्ष से आंतरिक गुणवत्ता की उपलब्धियों एवं कार्यों के बारे में जानकारी ली और विभिन्न विभाग, लाइब्रेरी प्रयोगशाला का भ्रमण कर अवलोकन किया। नैक टीम ने एलुमिनी एसोसिएशन, जनभागीदारी समिति, पूर्व छात्रों से भी बात की। सांस्कृतिक कार्यक्रम का संचालन छात्रा निशील सोनवानी ने लिया। जनभागीदारी अध्यक्ष गोविंद नारायण सिंह, प्रभारी प्राचार्य डॉ अम्बिका प्रसाद वर्मा, वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ रंजना नाथ, डॉ सी बी शर्मा, आईक्यूएसी प्रभारी संतोष कुमार ताम्ब्रे, डॉ शिवदयाल पटेल, डॉ टी एल मिर्झा, नीलिमा पाण्डे, लक्ष्मी साहू, अरविंद खाखा, नंदिनी साहू, आशीष वर्मा, विश्वनाथ, नितेश साहू, भूषण प्रताप धैर्य, कोमलेश वैष्णव, महेश मिरी, कार्यालयीन स्टॉफ लता तिवारी, शारदा पाटले, बी एन बंजारे, गोविंद खैरवार, रामकीर्तन चौहान, फलित लहरे, धरम सिंह कंवर, एलुमिनी एसोसिएशन के अध्यक्ष निरंजन श्रीवास, भूत पूर्व छात्र नाव नियुक्त सहायक प्राध्यापक फिरत राम बिंझवार, छत्तीसगढ़ी फ़िल्म एक्टर कीर्ति प्रकाश जायसवाल, स्वावलंबी छात्र अजय प्रजापति सहित छात्र-छात्राओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
“छात्र-छात्राओं को पाठ्यक्रम के अलावा गैर शैक्षणिक गतिविधियों में भी आगे बढ़कर सहभागिता निभाने से जीवन में आगे बढ़ने के अवसर अधिक मिलते हैं, विद्यार्थियों द्वारा एक्सटेंशन एक्टिविटी में किया जा रहा कर सराहनीय है।”
डॉ नंदकुमार यादव, पूर्व कुलपति झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय, अध्यक्ष नैक पियर टीम
“सीमित संसाधन में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण चुनौती पूर्ण कार्य है। नैक मूल्यांकन के बाद भी कार्यों में निरंतरता बनाये रखना है, यह आगामी नैक मूल्यांकन में उच्च परिणाम देगी।
डॉ बी एच सुरेश पूर्व प्राध्यापक मैसूर विश्वविद्यालय मैसूर सदस्य समन्वयक नैक टीम
“सांस्कृतिक धरोहर व्यक्ति के जीवन की संचित पूंजी होती है। छात्र-छात्राओं द्वारा छत्तीसगढ़ की लोकपर्व, लोकगीत, लोकसंस्कृति की प्रस्तुति यहां की समृद्ध संस्कृति परंपरा की झलक है। विद्यार्थी इसे अपने जीवन में संजोकर रखें ताकि आने वाली पीढ़ी को हस्तांतरित कर सकें।”
डॉ शीना जार्ज प्राचार्य, सेंट जोसेफ महिला कॉलेज कोच्चि, केरल
सदस्य नैक टीम