चार साल से बंद पड़ा छात्रावास: किराए के मकान में संचालन, जिम्मेदार कौन?

चार साल से बंद पड़ा छात्रावास: किराए के मकान में संचालन, जिम्मेदार कौन?
मौके की पड़ताल में सामने आया बदहाल भवन
भटगांव : नगर पंचायत भटगांव स्थित शासकीय प्री-मैट्रिक अनुसूचित जनजाति बालक छात्रावास पिछले चार वर्षों से अपने भवन में संचालित नहीं हो रहा है। जर्जर भवन का जीर्णोद्धार अधूरा पड़ा है और छात्रावास को निजी किराए के मकान में चलाया जा रहा है। छात्रावास अधीक्षक के अनुसार, ठेकेदार द्वारा काम अधूरा छोड़ देने के कारण भवन अब तक हैंडओवर ही नहीं हुआ है।
मौके की पड़ताल में सामने आया बदहाल भवन
पत्रकारों ने जब छात्रावास अधीक्षक राघवेंद्र मनहर के साथ भवन का निरीक्षण किया तो हालात चौंकाने वाले थे। छतें टूटी हुईं, मलबा फर्श पर बिखरा खिड़की-दरवाजे क्षतिग्रस्त परिसर में चारों ओर उगी झाड़ियाँ और घास ऐसे में सवाल उठता है कि चार साल में प्रशासन क्या कर रहा था? और क्यों अब तक ठेकेदार पर कोई कार्रवाई नहीं की गई?
किराए के भवन में चल रहा छात्रावास
फिलहाल छात्रावास को किराए के मकान में संचालित किया जा रहा है, जहां 22-25 छात्र रह रहे हैं। अधीक्षक ने बताया कि यह छात्रावास 50 सीटों का है और नए सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। उन्होंने मांग की है कि जीर्णोद्धार कार्य जल्द पूरा कर भवन उन्हें हैंडओवर किया जाए, ताकि छात्रावास को मूल स्थान पर ही संचालित किया जा सके।
जिम्मेदार कौन?
स्थानीय लोगों और कर्मचारियों में गहरा असंतोष है। सवाल यह है कि क्या यह मामला ठेकेदार की लापरवाही का है या फिर प्रशासनिक अनदेखी और भ्रष्टाचार का? क्या लाखों रुपये के जीर्णोद्धार कार्य को मिलीभगत से डुबो दिया गया?
अब निगाहें शासन पर
इस छात्रावास की हालत शासन-प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है। अब देखना होगा कि जिम्मेदार अधिकारी इस खबर के बाद कोई ठोस कदम उठाते हैं या नहीं।