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एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य” की थीम पर 21 जून को होगा 11वाँ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

*”एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य” की थीम पर 21 जून को होगा 11वाँ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस* 

*कार्यक्रम में होगा भारत के प्रधानमंत्री का संदेश वाचन*

सारंगढ़-बिलाईगढ़, 18 जून 2025/भारत में “एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य” की थीम पर 21 जून की प्रातः बेला में 11वाँ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा। कलेक्टर डॉ संजय कन्नौजे के निर्देशन में यह आयोजन सारंगढ़ जिला मुख्यालय में भी प्रातः किया जाएगा, इसमें जनप्रतिनिधि, स्कूली, एनएसएस, कॉलेज के बच्चों सहित युवा, बुजुर्ग,सभी इच्छुक एवं गणमान्य नागरिक, अधिकारी कर्मचारी शामिल होंगे। कार्यक्रम में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश का वाचन होगा

*मनवांछित स्थान में योग करने के लिए पंजीयन प्रारंभ*

भारतीय नागरिकों के लिए सरकार ने योग दिवस पर योग में शामिल होने के लिए पंजीयन प्रारंभ किया है, जिसमें दिए गए स्थान में से मनवांछित स्थान के लिए पंजीयन कर सकते हैं। यह पंजीयन वेबसाइट योगा डॉट आयुष डॉट जीओवी डॉट इन/योगा संगम (https://yoga.ayush.gov.in/yoga-sangam) में किया जायेगा। फॉर्म में संगठन संबंधित विवरण की प्रविष्टि करना, स्थान का चयन, जहाँ आप योग कार्यक्रम में भाग लेंगे, वह स्थान चुनना, मोबाइल नंबर पर ओटीपी से सत्यापन करना होगा।

उल्लेखनीय है कि भारत की धरा अपने प्राचीन विविध विधाओं को धरोहर के रूप में संजो के रखा है। इसी में से एक है योग विधा। इस वर्ष 2025 में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। योग को एक वैश्विक आंदोलन के रूप में बढ़ावा देना जो शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक कल्याण को बढ़ाता है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस ने सफलतापूर्वक 10 वर्ष पूरे कर लिए हैं और वर्ष 2025 में हम 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को वास्तव में वैश्विक और समावेशी तरीके से मनाएंगे। ‘योग संगम’ या अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का मुख्य कार्यक्रम 21 जून 2025 को सुबह 6:30 बजे से 7:45 बजे तक पूरे भारत में 1 लाख से अधिक स्थानों पर कॉमन योग प्रोटोकॉल (सीवायपी) पर आधारित एक समन्वित सामूहिक योग प्रदर्शन का आयोजन करेगा। राष्ट्रीय कार्यक्रम का नेतृत्व भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशाखापटनम आंध्र प्रदेश में करेंगे। इस सामूहिक उत्सव का उद्देश्य योग के शाश्वत अभ्यास और आज की दुनिया में इसकी स्थायी प्रासंगिकता के प्रति हमारी साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि करना है।”

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