
पारस ग्रुप ऑफ फाउंडेशन एवं रोटरी क्लब ऑफ रायपुर वेस्ट की अनूठी पहल
नि:शुल्क सिलाई एवं कंप्यूटर प्रशिक्षण कार्यक्रम का भव्य शुभारंभ-
मुख्य अतिथि डॉ. वर्णिका शर्मा ने कहा – “महिलाओं का आत्मनिर्भर होना, समृद्ध समाज की नींव है”
रायपुर। समाज सेवा की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम बढ़ाते हुए पारस ग्रुप ऑफ फाउंडेशन एवं रोटरी क्लब ऑफ रायपुर वेस्ट के संयुक्त तत्वावधान में नि:शुल्क सिलाई मशीन प्रशिक्षण एवं कंप्यूटर शिक्षा कार्यक्रम का शुभारंभ बुधवार को न्यू राजेन्द्र नगर स्थित रोटरी क्लब परिसर में किया गया।
इस पुनीत अवसर पर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ. वर्णिका शर्मा, अध्यक्ष, राज्य बाल अधिकार आयोग, रायपुर रहीं। उन्होंने फीता काटकर इस जनहितैषी कार्यक्रम की शुरुआत की और उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा, “आज की नारी केवल घर की नहीं, समाज और राष्ट्र निर्माण की भी आधारशिला है। ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे।”
विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री कमलेश जैन, चम्पा देवी इन्द्रा देवी जैन चैरिटेबल ट्रस्ट से उपस्थित रहे। उन्होंने ट्रस्ट की ओर से हर संभव सहयोग देने का आश्वासन दिया और समाज में महिलाओं की भूमिका को और सशक्त बनाने की दिशा में ऐसे प्रयासों की सराहना की।
इस आयोजन में रोटरी क्लब ऑफ रायपुर वेस्ट के अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल, सचिव गोपि मथानी, पारस ग्रुप ऑफ फाउंडेशन की संस्थापक एवं अध्यक्ष कविता कुम्भज, उपाध्यक्ष ज्योति कुम्भज, सचिव मुलचंद कश्यप, कोषाध्यक्ष राहुल कुम्भज सहित क्लब एवं फाउंडेशन के सभी सदस्यगण उपस्थित रहे। साथ ही रोटरी क्लब से जुड़े कई गणमान्य पदाधिकारी एवं सामाजिक कार्यकर्ता भी इस अवसर पर मौजूद थे।
कार्यक्रम स्थल पर दर्जनों महिलाओं ने पहुंचकर सिलाई प्रशिक्षण में हिस्सा लिया और इस अवसर का लाभ उठाया। प्रशिक्षण में आधुनिक सिलाई तकनीकों के साथ-साथ कंप्यूटर की बेसिक नॉलेज, टाइपिंग, इंटरनेट चलाना, ई-मेल भेजना आदि महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी जाएँगी।
यह कार्यक्रम विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए आरंभ किया गया है जो आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनना चाहती हैं, परंतु संसाधनों के अभाव में प्रशिक्षण नहीं ले पातीं। फाउंडेशन और क्लब द्वारा यह प्रशिक्षण पूरी तरह नि:शुल्क प्रदान किया जा रहा है।
पारस ग्रुप ऑफ फाउंडेशन की अध्यक्ष कविता कुम्भज जी ने बताया कि, “यह पहल केवल शुरुआत है। हमारा उद्देश्य है कि हम ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों की महिलाओं को हुनरमंद बनाकर उन्हें स्वावलंबी जीवन जीने की प्रेरणा दें।”
कार्यक्रम में स्थानीय नागरिकों, महिलाओं, युवाओं एवं सामाजिक संगठनों की भागीदारी ने इसे एक जनआंदोलन का स्वरूप दे दिया। समाजसेवा, शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में यह संयुक्त प्रयास निश्चित रूप से एक मिसाल बनेगा।