नगर पंचायत भटगांव में किसानों द्वारा फसल बर्बाद करने वाले लावारिस मवेशीयो की समस्या को लेकर लगातार प्रदर्शन… तहसीलदार के आश्वासन के बाद शांत हुआ मामला…
नगर पंचायत भटगांव में किसानों द्वारा फसल बर्बाद करने वाले लावारिस मवेशीयो की समस्या को लेकर लगातार प्रदर्शन…
तहसीलदार के आश्वासन के बाद शांत हुआ मामला…
बलौदाबाजार : जिले के नगर पंचायत भटगांव में किसानों द्वारा रोकाछेका अभियान व अन्य मुद्दों को लेकर लगातार प्रदर्शन जारी है जो थमने का नाम नहीं ले रहा है। लेकिन अधिकारियो द्वारा किसानों की समस्या को हल करने का हर प्रयास असफल नजर आ रहे हैं।
दो दिन पहले ही किसानों ने लावारिस पशुओ को लेकर नगर पंचायत कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन करते हुए ये समस्या को हल करने के लिए मुख्य नगर पालिका अधिकारी प्रदीप मिश्रा के नाम से ज्ञापन सौंपा था लेकिन उसके अनुपस्थिति मे नायब तहसीलदार अश्वनी चंद्रा द्वारा ज्ञापन स्वीकार किया गया और किसानों के मे समझाईस के बाद उस दिन का प्रदर्शन शांत हुआ और किसानों द्वारा मवेसियों की समस्या हल नहीं होने के दो दिन समय देने के बाद कार्यवाही नहीं होने पर आज फिर पुरे किसान लावारिस मवेशीयो के साथ बसस्टैंड मे चक्का जाम मे सड़क पर उतर आये।
जहाँ एक बार फिर नगर भटगांव के किसानसहित आमजन आवारा पशुओं के साथ रोड जाम कर बस स्टैंड के मुख्यमार्ग पर प्रदर्शन किया। किसानों ने नगर पंचायत अधिकारी के खिलाफ जमकर नारे बाजी की और सरकार की महत्वकांक्षी योजना रोका-छेका अभियान को सफल बनाने की मांग की।
वहीं प्रदर्शन के दौरान मुख्यमार्ग में घंटो आवागमन बाधित रहा। मौके पर पहुंची भटगांव पुलिस किसानों को समझाने का प्रयास करती रही और आवागमन दुरुस्त करने में जुटी रही। लेकिन किसानों ने एक नहीं सुनी और मार्ग पर प्रदर्शन करते रहे।
तत्पश्चात भटगांव नायब तहसीलदार अश्वनी चंद्रा मौके पर पहुंचकर किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसान अपने जिद पर अड़े रहे। आखिरकार 2 घंटो बाद नायब तहसीलदार व नगर पंचायत के कर्मचारियों ने आवारा पशुओं को मंडी परिसर में रखने का आश्वासन देकर मामला शांत करवाया। इसके बाद नगर के किसान नगर पंचायत अधिकारी को अपनी समस्याओं से अवगत कराने व उनके समाधान पर चर्चा करने कार्यालय पहुंचे।
वहीं दूसरी ओर किसानों की समस्या पर नगर पंचायत अधिकारी ने मीडिया को बताया कि अभी गौठान निर्माण के लिए उनके पास जमीन नहीं है और गौठान का मांग राजस्व विभाग में रखी है, जहाँ से आज दिनांक तक आबंटन नहीं हुआ है। उन्होंने आगे बताया की वर्तमान में नगर पंचायत के पास न ही काँजी हाउस है और न ही गौठान है। दोनों के जमीन के लिए राजस्व विभाग में माँग किए है जो राजस्व विभाग में विचाराधीन है।
ऐसे में अब देखना होगा कि नगर पंचायत और प्रशासन द्वारा किसानों की मांग पर क्या कदम उठाते हैं ।