भटगांव क्षेत्र के कई गॉवो मे अचानक तेज तूफान से कई घर के छप्पर, टीन उड़े तो मेन रोड व घरों में पेड़ गिरे, 2 घंटे तक आवागमन बाधित
सरपंच व ग्रामीणो ने जेसिबी से हटाए सभी पेड़ और जनहित में किया कार्य

भटगांव क्षेत्र के कई गावों मे अचानक तेज तूफान से कई घर के छप्पर, टीन उड़े तो मेन रोड व घरों में पेड़ गिरे, 2 घंटे तक आवागमन बाधित
पुलिस एवं अन्य अधिकारी सुचना के बाद भी सही समय पर नहीं पंहुचा
सरपंच व ग्रामीणो ने जेसिबी से हटाए सभी पेड़ और जनहित में किया कार्य
भटगांव : जिले के विकासखंड बिलाईगढ़ के भटगांव तहसील के अंतर्गत जमगहन, भटगांव, चुरेला, बेलटिकरी इत्यादि अधिकांश स्थानों में अचानक तेज तूफान आने से कई घरों के छप्पर, टीन इत्यादि को उड़ा दिया तो वहीं भटगांव के कई व्यापारियों के सामने का छज्जा और टीन को उड़ाया. तूफान ने भटगांव, जमगहन, चुरेला एवं बेलटिकरी मेन रोड से लगे पेड़ो को मेन रोड में गिराया. तूफान इतना था कि चुरेला के रोड से लगे लगभग 20-30 पेड़ो को तोड़ मरोड़कर रोड में गिरा दिया जिससे लगभग 2 घंटे तक रोड जाम रहा और 1-2 किमी तक आवागमन बाधित हो गया.
वहीं चुरेला घटना की सुचना बिलाईगढ़ थाना प्रभारी को दिया गया लेकिन न कॉल रिसीव किये न ही व्हाट्सअप में सुचना को देखें तत्पश्चात पुलिस स्टॉफ को इसकी जानकारी एवं सुचना दिया गया उसके बाद भी कोई तत्परता नहीं दिखाई गई न कोई अन्य अधिकारी सुध लेने आया.
वहीं इस समस्या को हल करने के लिये चुरेला सरपंच एवं ग्रामीणो ने अपनी तत्परता व सुध बुझ दिखाते हुये तुरंत जेसीबी बुलाकर रोड से सभी पेड़ो को हटवाया और रोड को साफ करने में सहयोग प्रदान करते हुए राहगीरों को राहत पहुंचाया. तत्पश्चात अंतिम पड़ाव में बिलाईगढ़ पुलिस टीम पहुंची और ट्रैफ़िक का कमान सम्हाला.
आपको बताते की यह तेज तूफान चुरेला होते हुये लगभग 5 बजे शाम को भटगांव में प्रवेश किया और तूफान इतना था कि चुरेला के मेन रोड से लगे 30-40 पेड़ो को पूरा नुकसान पंहुचाते हुये या तो रोड में या किसी के घऱ के छप्पर में या टीन में या सामने पेड़ गिरा हुआ है .इस तेज तूफान ने किसी आदमी को नुकसान तो नहीं पहुंचाया लेकिन लोगों के मकान, छप्पर और टीन इत्यादि को नुकसान जरूर पहुंचाया लेकिन शाम होते तक सम्बंधित अधिकारी लोगों के पास हाल चाल तक पूछने नहीं गया न ही कोई राहत कार्य किया.अभी तक कई घरों के सामने और छत में बड़े बड़े पेड़ गिरा हुआ है और जमगहन भटगांव मेन रोड में भी पेड़ पड़ा हुआ था जिसे आसपास के लोगों ने कोई दुर्घटना न हो बोलकर अपने पैसे खर्च कर गिरे पेड़ को हटवाया जहाँ रात होते ही कभी भी घटना का कारण बन सकती थी.
लेकिन रोड से पेड़ो को हटाने का कार्य केवल आम नागरिक ही करते आ रहें है और उन्ही लोग लोकहित में कार्य करके रोड से पेड़ को हटाते है.इसके पहले भी कई घटनाये हो चुकी है लेकिन घटना के बाद और सुचना के बाद भी कोई अधिकारी सुध लेने नहीं पहुंचते केवल अपना पड़ला झाड़ते नज़र आते हैं यह मेरे विभाग का कार्य नहीं हैं दूसरे विभाग का कार्य हैं जिससे अब लोगों को अधिकारियो से विश्वास उठते जा रहा हैं केवल अधिकारी लोग अपने अपने काम से मतलब रखते हैं.वहीं क्षेत्र के लोगों ने इस तेज तूफान के कारण भारी नुकसान सहना पड़ा हैं उसे क्षतिपूर्ति को पूरा करने हेतू शासन प्रशासन से मुआवजा प्रदान करने की अपेक्षा जताई है.
अब खबर प्रकाशन के बाद सम्बंधित अधिकारी क्या गहरी निंद्रा से जागते हैं कि फिर कुम्भकरणीय निंद्रा में फिर सो जाते हैं ये तो आने वाला समय ही बताएगा