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EXCLUSIVE : LOCK DOWN और कोरोना के Third Wave की चाहिए त्रासदी, तो खुलकर करते रहिए उल्लंघन…कोरोना काल के 2 वर्षो के बाद धूमधाम से मनाये रक्षाबंधन का त्यौहार, भाई – बहन के चेहरे मे दिखा खुशी का माहौल…

EXCLUSIVE : LOCK DOWN और कोरोना के Third Wave की चाहिए त्रासदी, तो खुलकर करते रहिए उल्लंघन…

रक्षाबंधन मे दुकानों मे दिखा लोगों की भीड़, न कहीं मास्क का उपयोग न ही कहीं पर सोशल डिस्टेंस का पालन…

कोरोना काल के 2 वर्षो के बाद धूमधाम से मनाये रक्षाबंधन का त्यौहार, भाई – बहन के चेहरे मे दिखा खुशी का माहौल…

बलौदाबाजार / रायपुर – छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के बाजारों का हाल देखकर कतई नहीं कहा जा सकता कि यह वही शहर है, जिसने कोरोना के दो लहरों की त्रासदी को झेला है। काश.. यह कोई गौरव गाथा होती तो, इसे प्रसारित करने में गर्व का अनुभव होता। किन्तु इस शहर ने वो त्रासदी झेली है, जहां लोगों ने असामायिक अपने लोगों को खोया है।

वहीं बलौदाबाजार जिला की हालत है जहाँ स्कूल के ओपन होते ही शुरू सप्ताह मे एक ही दिन 87 केस मिले थे और बिलाईगढ़ ब्लॉक मे 67 केस से पुरे जिले मे हड़कंप मच गया था जिसके बाद स्कूल को बंद करना पड़ा। नगर पंचायत मे राखी का त्यौहार आते ही भीड़ दिखने को मिला. न किसी को कोरोना की डर न ही किसी को भीड़ की। ये हाल छत्तीसगढ़ के सभी जिलों मे है।

त्यौहार हर साल आना है, पर सोचने वाली बात यह है कि आप त्यौहार किसके लिए मनाना चाहते हैं..? जिन अपनों से त्यौहार की खुशियां हैं, जिनके लिए उन्मादी होकर आप बाजार में बेधड़क, बेपरवाह होकर भीड़ का हिस्सा बन रहे हैं, उनकी खुशियां आप से है। इस बात को सबसे पहले समझने की आवश्यकता है।

बीते तीन दिनों से राजधानी रायपुर के छोटे से लेकर बड़े बाजारों में जिस तरह की भीड़ उमड़ी है, वह तीसरी लहर को न्योता देने जैसा ही है। देश की सरकार, प्रदेश की सरकार, स्वास्थ्य संस्थाएं, विश्व स्वास्थ्य संगठन से जुड़े लोग, बार—बार इस बात के लिए आगाह कर रहे हैं कि दिशा—निर्देशों का पालन करते रहना है। भीड़ से बचना अनिवार्य है। लेकिन इन बातों को नजर अंदाज कर लोग भीड़ का ही हिस्सा बनने पर तुले हुए हैं।

सोचें, समझें और विचार करें-

एक व्यक्ति के संक्रमित होने से परिवार पर गाज गिरेगी, परिवार से पड़ोस, फिर मोहल्ला और देखते ही देखते पूरा शहर चपेट में आ सकता है। दूसरी लहर की त्रासदी सबने देखी है, जिसे भूलाया नहीं जा सकता, उसके बाद भी यदि गलतियां कर रहें हैं, तो यह लापरवाही की हद है, जिसका हर्जाना खुद को ही भुगतना पड़ सकता है।

कोरोना काल के 2 वर्षो के बाद धूमधाम से मनाये रक्षाबंधन का त्यौहार, भाई – बहन के चेहरे मे दिखा खुशी का माहौल…

अब जाहिर से बात है कि इन दो वर्षो मे कोरोना की कहर ने सभी त्योहारों मे केवल लोगों को मायूसी बस मिला था, कोई भी त्यौहार धूमधाम से मना नहीं पाए थे. अब कोरोना संक्रमण कम होते ही यह भीड़ देखने को मिला. लेकिन सभी त्यौहार और पर्व पर कोरोना के प्रति लोगों को सजक रहना जरुरी है क्योंकि कोरोना का तीसरा लहर की शुरुवात है।

संयमित रहें, सुरक्षित रहें-

प्रज्ञा 24 न्यूज कोरोना काल की शुरुआत से ही यह अपील करते आया है कि केंद्र और राज्य सरकार के निर्देशों का पालन करें और जब तक देश कोरोना से पूरी तरह मुक्त नहीं हो जाता, संयमित रहकर जीवन यापन करें। आप सुरक्षित रहेंगे, तभी समाज, प्रदेश और देश सुरक्षित रह सकता है।

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