
रतनपूर। CG NEWS : पूरे देश भर में नवरात्र की उत्साह और उमंग दिखाई दे रही है। शक्तिपीठों में आस्था का जनसैलाब देखने को मिल रहा है। नवरात्र में इस बार तिथि को लेकर श्रद्धालुओं में भ्रम की स्थिति बनी हुई हैं। जिसके चलते श्रद्धालु पदयात्रा के लिए रात ही महामाया मंदिर रतनपुर के लिए निकल पड़े। सड़क और मंदिरों में भीड़ ही भीड़ नजर आने लगी। जिससे मंदिर प्रबंधन और प्रशासन के बीच व्यवस्थाओं को लेकर बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई थी।
रतनपुर स्थित सिद्ध शक्तिपीठ महामाया देवी और भैरव बाबा सहित नगर के कई मंदिरों में रात भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। इसका अनुमान प्रशासन को था। मंदिर प्रबंधन को क्योंकि महामाया मंदिर ट्रस्ट ने विज्ञप्ति जारी कर सप्तमी को मनाया जाने की बात कही थी। लेकिन श्रद्धालुओ ने नवरात्र की पहले दिन से ही तिथि को मानकर बुधवार को सप्तमी मान लिया। रात भर श्रद्धालुओं का मंदिर पहुंचने का सिलसिला जारी रहा। महामाया मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ को लेकर प्रशासन और मंदिर प्रबंधन ने देर रात व्यवस्था बनाकर कंट्रोल किया। नवरात्र की सप्तमी को लेकर गुरुवार को महामाया मंदिर ट्रस्ट रतनपुर और प्रशासन ने चाक-चौबंद व्यवस्था कर रखी है। सप्तमी की रात भर बिलासपुर समेत आसपास के इलाकों से पदयात्रा मां महमाया के दरबार पहुंचते हैं।
ऐसे में दर्शनार्थियों के लिए मंदिर ट्रस्ट ने 50 बस की व्यवस्था की है। जिसमें उन्हें निशुल्क वापस घर पहुंचाया जाएगा। पदयात्रियों के लिए विभिन्न संस्थाओं द्वारा रास्ते में स्टाल लगाकर उन्हें पानी, फल, दूध, चाय समेत अन्य चीजें बांटी जाएंगी।