धनसीर मे आयोजित 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का तृतीय दिवस मे 16 संस्कार मे से विभिन्न संस्कार निःशुल्क कराये गए, यज्ञ करने हेतु हजारों की संख्या मे उमड़े भीड़,

धनसीर मे आयोजित 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का तृतीय दिवस मे 16 संस्कार मे से विभिन्न संस्कार निःशुल्क कराये गए,
यज्ञ करने हेतु हजारों की संख्या मे उमड़े भीड़,
हजारों श्रद्धालुगण व गायत्री परिवार के परिजन 4 पालियो मे किये गायत्री महायज्ञ
धनसीर सहित पूरा क्षेत्र हुआ गायत्रीमय, कार्यक्रम के दौरान पहुंचे बिलाईगढ़ के राजा
7 तारीख रविवार को हुआ विभिन्न संस्कार संस्कार, 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ एवं सायंकालीन दीपमहायज्ञ
8 जनवरी को होगा पूर्णाहुति के साथ कार्यक्रम का समापन
भटगांव/बिलाईगढ़ : ग्राम धनसिर मे 06 एवं 07 जनवरी को देवपुजन के साथ 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का प्रारम्भ हुआ जहाँ 24 दम्पति के साथ सैकड़ो हजारों गायत्री परिजन एवं श्रद्धालूगण कार्यक्रम मे शामिल होकर हवन यज्ञ करके क्षेत्रवासियों के सुख समृद्धि और खुशहाली जीवन के लिये शुभकामनायें किये.
कार्यक्रम तीसरे दिन अर्थात 07 जनवरी रविवार को 16 संस्कार मे से विभिन्न संस्कार निःशुल्क कराये गए जहाँ लोगों ने पुंसवन संस्कार, नामकरण, जन्मदिवस, दीक्षा संस्कार, अन्न प्राशन संस्कार सहित विभिन्न संस्कार निःशुल्क कराये गए. साथ ही 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ 4 पालियो मे सम्पन्न हुआ जहाँ हजारों की संख्या मे श्रद्धालुओं एवं गायत्री परिजनों ने
विश्व शांति, शुद्ध वातारण एवं सबके उज्जवल भविष्य की कामना की भावना रखते हुये गायत्री मंत्राहुति एवं महामृत्युंमजय मंत्र से सभी याज़क यज्ञ देव भगवान को आहुति प्रदान किये.जहां धनसीर ग्राम सहित पुरे आसपास क्षेत्रवासी और भटगांव, बिलाईगढ़ एवं सरसींवा परिक्षेत्र के गायत्री परिवार के सदस्य एवं श्रद्धालुगण सम्मिलित हुये.
तत्पश्चात सायंकालीन दीपमहायज्ञ का भव्य आयोजन भी किया गया.जहाँ पूरा धनसीर गांव दीपों से जगमगा उठा.हजारों दीपक से पूरा पंडाल सजाये गये.
जहाँ हजारों की संख्या मे बिलाईगढ़ विकासखंड के श्रद्धालुगण सहीत बलौदाबाजार, कसडोल, सारंगढ़, बरमकेला एवं सरिया के गायत्री परिजन यज्ञ मे सम्मिलित हुये. वहीँ कार्यक्रम के दौरान बिलाईगढ़ के राजा ओंकारेश्वर शरण सिँह भी पहुंचे और माँ गायत्री व गुरुदेव का पूजा अर्चना करके बिलाईगढ़ क्षेत्रवासियों के सुख समृद्धि एवं विकास के लिये शुभकामनायें किये.
24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ कार्यक्रम का आयोजन शांतिकुंज हरिद्वार के प्रतिनिधियों द्वारा संगीतमय ढंग से किया जा रहा है जहाँ प्रज्ञा पुराण कथा सहित विभिन्न विषयों मे सविस्तार से समझाया जा रहा है. मंच एवं इस कार्यक्रम के माध्यम से अखिल विश्व गायत्री परिवार के संस्थापक परम पूज्य गुरुदेव के विचारों को जन जन तक पहुंचाया जा रहा है. ताकि हमारा समाज एवं गांव प्रत्येक क्षेत्र मे विकास कर सके और गायत्री परिवार के सप्त क्रांति एवं विचारों को को 2026 तक माता भगवती देवी शर्मा के जन्मशताब्दी वर्ष तक छत्तीसगढ़ सहित पुरे भारत के प्रत्येक गांव व शहर तक पंहुचा सकें.
वहीँ कार्यक्रम का समापन एवं शांतिकुंज प्रतिनिधियों की टोली की की विदाई 8 जनवरी को पूर्णाहुति के साथ किया जायेगा.
24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ बिलाईगढ़ क्षेत्र का पहला और ऐतिहासिक कार्यक्रम है जहाँ लम्बे समय अंतराल बाद गायत्री परिवार एवं ग्रामवासियो के सहयोग से इतना बड़ा आयोजन हो रहा है. इस कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु 6 माह पहले से तैयारी किया गया था जहाँ बिलाईगढ़ विकासखंड के तीनो परिक्षेत्र भटगांव, सरसींवा व बिलाईगढ़ तथा पवनी, छिर्रा, धनसीर एवं भटगांव गायत्री प्रज्ञा पीठ के गायत्री परिवार द्वारा प्रचार प्रसार किये. वहीँ भोजनालय एवं यज्ञशाला व विभिन्न पंजीयन काउंटर व साहित्य विस्तार पटल मे धनसीर के गायत्री परिवार, ग्रामवासियो व स्कूल के बच्चों, स्काउट गाइड के सदस्यों एवं आसपास के गायत्री परिजनों का भरपूर सहयोग मिल रहा है.