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छत्तीसगढ़ सहित भारत एवं विश्व के लाखों करोड़ों अखिल विश्व गायत्री परिवार के कार्यकर्ताओं ने कोरोना कॉल में तन,मन,धन से  सहयोग प्रदान… बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर गृहे-गृहे गायत्री महायज्ञ के अंतर्गत लाखों कोरोड़ो श्रद्धालुओं ने किया अपने घरों में कोरोना निवारण एवं विश्व शांति गायत्री महायज्ञ…

छत्तीसगढ़ सहित भारत एवं विश्व के लाखों करोड़ों अखिल विश्व गायत्री परिवार के कार्यकर्ताओं ने कोरोना कॉल में तन,मन,धन से  सहयोग प्रदान…

बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर गृहे-गृहे गायत्री महायज्ञ के अंतर्गत लाखों कोरोड़ो श्रद्धालुओं ने किया अपने घरों में कोरोना निवारण एवं विश्व शांति गायत्री महायज्ञ…

छत्तीसगढ़ : आज पूरा छत्तीसगढ़ राज्य सहित भारत एवं पूरा विश्व इस कोरोना महामारी से जूझ रहा हैं. ऐसे में प्रत्येक वर्ग एवं धर्म के व्यक्ति एवं संगठन अपने विवेक से इस महामारी से लड़ने और पूरी तरह से ख़त्म करने का हर प्रयास कर रहे हैं।

भारत एवं विश्व का सबसे बड़ा संगठन अखिल विश्व गायत्री परिवार छत्तीसगढ़ के 10 हजार कर्मठ कार्यकर्ता और 2 लाख सहयोगी कार्यकर्ता, भारत के 10 लाख और पुरे विश्व के लाखों करोड़ों कार्यकर्ताओं ने अपने से जैसे बन पड़े वैसे शासन प्रशासन और अपने आसपास व अन्य संगठन से मिलजुलकर तन मन धन से सहयोग प्रदान कर रहे हैं।

कोरोना आपदा कॉल में गायत्री परिवार का विशेष सहयोग…

छत्तीसगढ़ राज्य के कई जिलों में  गायत्री परिवार का संगठन एक कोरोना वरियर के रूप में कार्य किए। वेकसीन के लिए लोगों को जागरूक करके कोरोना से बचने के उपाय के बारे में बताये तो कई जिलों में कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन की निःशुल्क व्यवस्था किए. कहीं पर मरीजों के लिए फल वितरण या गरम खाना की व्यवस्था में जूटे हैं तो राज्य के कई जिलों में लॉक डाउन की स्थिति में जरूरत मंद लोगों के लिए सूखा राशन या गरम भोजन की व्यवस्था किए. गायत्री परिवार ने राज्य और केंद्र के राहत कोष सहयोग राशि देकर शासन प्रशासन को सहयोग प्रदान किए हैं।

कोरोना आपदा काल में गायत्री शक्ति पीठ समता कॉलोनी रायपुर द्वारा ऑक्सीजन की व्यवस्था करके सैकड़ो मरीजों की जान बचाई गई, वरियर के रूप में कार्य किया गया एवं मरीजों को फल वितरण भी किया गया।  वहीं महासमुंद जिले में जरूरत मंद लोगों के लिए सूखा राशन एवं गरम भोजन की व्यवस्था किया गया. बलौदाबाजार जिले में अधिकांश गायत्री परिवार के सदस्यों ने ऑक्सीजन की व्यवस्था के लिए विभन्न संगठन को लाखों रुपये का सहयोग दिया तो जरूरत मंद लोगों के लिए सूखा राशन में अपना तन मन धन देकर सहयोग प्रदान किए।

अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में – कोरोना की वैश्विक महामारी के निवारण व पर्यावरण शुद्धिकरण हेतु विज्ञान सम्मत आध्यात्मिक प्रयोग किया गया..

ऐसे ही एक विश्व स्तरीय कार्यक्रम बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर गृहे-गृहे गायत्री महायज्ञ के अंतर्गत भारत एवं पुरे विश्व में लाखों करोड़ों गायत्री परिवार के सदस्यों एवं सहयोगी कार्यकर्ताओ ने अपने अपने घर परिवार एवं गली मोहल्लो में जा जाकर यज्ञ के माध्यम कोरोना वायरस को नष्ट करने हेतु प्रयास किए हैं जिससे यज्ञ के माध्यम से विशेष औषधि से विशेष मंत्रो से आहुति प्रदान करके निकलने वाले सुगन्धित धुवें से वातावरण शुद्ध होने के साथ कोरोना वायरस को नष्ट करने का आध्यात्मिक प्रयोग किए हैं.

बलौदाबाजार जिले में हजारों गायत्री परिवार एवं श्रद्धालुओं ने बुद्ध पूर्णिमा पर अपने अपने घरों में कोरोना निवारण एवं विश्व शांति हेतु गायत्री महायज्ञ किए तो वहीं बिलाईगढ़ ब्लॉक के भटगांव, धनसिर, पवनी, छिर्रा एवं देवरहा प्रज्ञा पीठ के गायत्री परिवार के 108 साधको ने अपने घरों में  एक समय पर प्रातः 9 बजे से 11 बजे तक 108 गायत्री महायज्ञ का आयोजन करके विशेष औषधी से विशेष मंत्रो से आहुति प्रदान किए।

इस समय चल रहे वैश्विक महामारी कोरोना से बचने को और उसके नाश होने का भाव करते हुए – 26 मई को प्रातः 9:00 बजे से 11:00 के बीच सभी परिजनों एवं धर्मशील भाइयों बहनों को अपने घर पर एक साथ यज्ञ किया गया. क्योंकि कोई भी कार्य एक साथ मिलकर,एक समय में,एक भाव से करने पर उसका परिणाम कई गुना बढ़ जाता है। संघ की शक्तिदुर्गा शक्ति, परमपिता परमेश्वर से की गयी सामूहिक प्रार्थना को परमपिता परमेश्वर सुनते है अतः आप अपने घर पर उपरोक्त तिथि में एक साथ,एक समय,एक भाव के साथ वैश्विक महामारी का विनाश,विश्व में सुख-शांति- सद्बुद्धि,एवं सभी स्वस्थ रहें, हमारी प्रतिरोध क्षमता बढ़े,इस भाव से यज्ञ किये .

विशेष हवन सामग्री एवं विशेष मंत्रो के साथ अपने घरों, मोहल्ले एवं ऑनलाइन गायत्री महायज्ञ का आयोजन…

हवन सामग्री में अपने घर से थोड़ी-थोड़ी मात्रा में अजवाइन,कपूर,इलायची,गुड, जायफल,सुठ,गुग्गल,लोवान मिलाकर गायत्री महामंत्र से 11 या 24 आहुति साथ ही सबके स्वास्थ्य लाभ एवं निरोग हेतु महाकाल को महामृत्युंजय मंत्र से पांच आहुति यज्ञ भगवान को प्रदान किया गया। कोरोना वायरस के विनाश लिए विशेष आहुति प्रदान किया गया। यज्ञ में गोघृत गाय का घी, संमिधा हवन के लिए लकड़ी आम,पीपल, खाकरा बड़ एवं गो गोबर के कंडे छाणे का उपयोग किया गया।

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